डा. रीदिमा सचदेवा ने प्लास्टिक सर्जन के रूप में आदेश मेडिकल कालेज अस्पताल में संभाला पदभार।
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बच्चों का तालुआ में छेद व होंठ जुडऩे पर आदेश में प्लास्टिक सर्जरी की विशेष सुविधा : डा. रीदिमा सचदेवा।
कुरुक्षेत्र शाहाबाद :- डा. रीदिमा सचदेवा ने आदेश मैडिकल कॉलेज व अस्पताल में प्लास्टिक सर्जन के रूप में पदभार संभाला है। इससे पहले डा. रीदिमा सफदरजंग अस्पताल दिल्ली में अपनी सेवाएं दे रही थीं। मंगलवार को आदेश परिसर में पत्रकारों से बातचीत में डा. रीदिमा सचदेवा ने प्लास्टिक सर्जरी को लेकर विशेष बातचीत की। उन्होंने कहा कि जले हुए रोगियों या अंग कटने पर प्लास्टिक सर्जरी सामान्य खर्च पर बेहतरीन ढंग से होती है। प्लास्टिक सर्जरी एक ऐसा माध्यम है जिससे रोगियों का जीवन बचाने के उनके जले व कटे अंगों को जोड़ा जा सकता है और उन्हें नया जीवन दिया जा सकता है। डा. रीदिमा ने कहा कि नवजात बच्चों का तालुआ अलग होता है उसमें छेद होता है। लेकिन ऐसी स्थिति में परिजनों की जरूरत नहीं है और इसे प्लास्टिक सर्जरी से सशक्त ढंग से ठीक किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कईं बार बच्चों के पैदा होने पर होंठ जुड़े होते और इसे भी इसी विधि से ठीक किया जाता है। क्योंकि ऐसी स्थिति में बच्चा जब दूध पीता है तो वह नाक से निकल जाता है इसलिए इसे प्लास्टिक सर्जरी के आप्रेशन के माध्यम से ठीक किया जाता है और इस विधि से उपचार के बाद बच्चा सामान्य हो जाता है। उन्होंने कहा कि नसों के कटने, कासमेटिक सर्जरी, बाल लगाना आदि प्लास्टिक सर्जरी का ही हिस्सा हैं और यह सभी सुविधाएं आदेश मैडिकल कॉलेज व अस्पताल में कम खर्चे पर दी जा रही हैं। प्रबंधक हरिओम गुप्ता ने कहा कि आदेश में हर बीमारी के विशेष चिकित्सक हैं और लोगों को इसका लाभ लेना चाहिए।
आदेश अस्प्ताल में पत्रकारों से बातचीत करते प्लास्टिक सर्जन डा. रीदिमा सचदेवा।