संवाददाता अमर कुमार
कटिहार जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के निवासी रहने वाली में पति धर्मेंद्र रविदास पत्नी संजौली देवी सात फेरे लेकर जीवन भर जीने मरने की कसम खा कर अग्नि को साक्षी मानकर कसम खाई थी लेकिन संजौली देवी प्रेम में इतना गहरा हो चुका था संजौली देवी ने अपने पति धर्मेंद्र रविदास का हत्यारा निकली। यह ऐसे कुछ भी गांव में पता नहीं चल पाया था लेकिन धीरे-धीरे यह बात फैलती गई और पुलिस के हत्थे चढ़ गई कटिहार जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत भट्ठा टोला का है। बीते सोमवार की रात्रि ट्रक ड्राइवर धर्मेंद्र रविदास को दो अपराधियों द्वारा घर में घुसकर सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कटिहार पुलिस बड़ी सफलता तब मिली जब छानबीन करना शुरू की और तीन दिन के अंदर हत्याकांड के सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया । कटिहार पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई कि मृतक की पत्नी संजोली देवी का एक व्यक्ति से फोन पर लंबी बातचीत हुई थी और उनका प्रेम प्रसंग चल रहा था। जांच के क्रम में यह बात भी सामने आई कि मृतक के पत्नी को बंधन बैंक कर्मी राजू कुमार ने 90 हजार का लोन दिया था। बंधन बैंक कर्मी राजू कुमार और मृतक के पत्नी संजोली देवी का प्रेम प्रसंग था और दोनों शादी करना चाहते थे। दोनों के प्रेम में रास्ते का कांटा बने धर्मेंद्र रविदास को गोली मारकर हत्या कर दी गई । पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि बैंक का कर्मी राजू कुमार ने संजोली देवी को कहा था कि यदि लोन लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु अथवा हत्या हो जाए तो लोन माफ हो जाएगा। इसके बाद लगभग एक महीना पूर्व से ही राजू कुमार एवं संजोली देवी के द्वारा धर्मेंद्र रविदास की हत्या करने की योजना बनाई गई। इस कार्य के लिए राजू कुमार ने अपने पहचान के ग्रामीण संजीत पंडित को 50 हजार में हत्या करने के लिए तैयार किया। 18 हजार रुपया एडवांस दिया गया था। हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, आठ कारतूस, 7 सिमकार्ड और तीन मोबाइल के साथ हत्यारा प्रेमी के पर्स से हत्यारों को साथ देने वाली मृतक की पत्नी संजुला का फोटो भी बरामद हुआ है। डेढ़ वर्ष पूर्व हत्यारा प्रेमी राजू कुमार बंधन बैंक में पदस्थापित हुआ था। संजोला से ग्रुप ऋण दिलवाने प्रेम संबंध आगे बढ़ता चला गया और प्रेमी से शादी रचाने के लेकर काफी उतावला थी जिस कारण अपने पति को जान मरवा डाली जो कि आज समाज में प्रेम के बंधन ऐसे बंधनों को माने जाते हैं जिस तरह कहा जाए तो कृष्ण और राधा का संबंध हो आज वह एक रावण कंस का रूप दिख रहा है जैसे कि समाजों में अपने पति का सात फेरे लेकर भी आज उस रिश्ते को पवित्र रिश्ते को तार-तार कर रही है और प्रेम संबंध में एक दूसरे को जान मरवा दिया जा रहा है ऐसा लग रहा है कि बिहार सरकार आरक्षण भले ही दे दिया हो लेकिन उस आरक्षण का गलत इस्तेमाल करके आज घर के पति पत्नी का संबंध जो पति को परमेश्वर मानने वाले आज वह महिलाएं अपने पति को जान से मार के हटाने की काम कर रही है और प्रेम संबंध में जुटती जा रही है ऐसा कलयुग लग रहा है आने वाला समय सात फेरे का कोई महत्व नहीं दिखाई देगी। प्रेम में अंधा जब संजौली देवी हो गई तो ऐसा लगा कि ना तो सात फेरों का महत्व रहा ना प्रेम का पति पत्नी का जो घर का खर्च उठाने वाले घर से बाहर चले जाए पत्नी पर विश्वास करके अपने घर को छोड़कर अगर वह पत्नी ही गलत निकल जाए तो समाजों में किस पर विश्वास किया जाए अगर राम भगवान वनवास में रहकर भी मां सीता पर विश्वास की गई थी अगर रावण के मन में छल करके मां सीता को हरण करके लेकर चले गए लेकिन 14 सालराम भगवान वनवास के बाद भी माँ सीता ने रावण के यहाँ रहकर भी गलत नहीं हुई थी अपने पति का अग्निपरीक्षा लेकर अपने अपने पति को याद करके 14 साल रही और जब मां सीता लौटी तो राम भगवान भी मां सीता का अग्नि परीक्षा ले कर जब देखा गया तो सतीश रावत सावित्री नारी मां सीता के मन में पाप नहीं था लेकिन कलयुग के जमाने में सात फेरे लेने के बावजूद भी नारी के अंदर इतना पाप भरा हुआ है कि वह अपने पति को जान भी मरवा देती है जिस नारी को एक पति सभी चीजों में मान लेती है नारी पत्नी भी है तो मां भी है बहन भी है घर की गृहणी भी है लेकिन इतना पाप अगर पहले ही जान जाते तो रिश्ता जोड़ने से पहले लड़के वाले हाथ जोड़ लेते हैं।
अमर कुमार गुप्ता की रिपोर्ट