- पिछली गलतियों से सीखते हुए मिशन एक लाख की सफलता को लेकर विशेष रणनीति पर होगा अमल
- जिलाधिकारी के निर्देश पर संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ हुई समीक्षात्मक बैठक
अररिया संवादाता
जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच की अगुआई में जिले में मिशन एक लाख अभियान की सफलता को लेकर युद्धस्तर पर प्रयास जारी हैं। अभियान की सफलता को लेकर जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य, शिक्षा, आईसीडीएस, जीविका व पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने गत 21 जून को विश्व योग दिवस पर आयोजित मिशन 30 हजार अभियान के दौरान कमतर प्रदर्शन करने वाले सत्र स्थलों को चिह्नित करते हुए वहां अभियान को सफल बनाने के लिये विशेष रणनीति तैयार करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया है। जिलाधिकारी ने कहा कि पिछले अभियान में जो कमियां उजागर हुई हैं। उसे दूर करने का हर संभव प्रयास किया जाये। उन्होंने कहा कि संक्रमण से बचाव को लेकर आम लोगों में टीकाकरण के प्रति विश्वास बढ़ा है। टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह व्याप्त है। इसे देखते हुए मिशन एक लाख अभियान को सफल बनाने के लिये जमीनी स्तर पर गंभीर प्रयास करने की जरूरत है। इसे लेकर सिविल सर्जन की अध्यक्षता में संबंधित अधिकारियों की बैठक गुरुवार को आयोजित की गयी। इसमें संबंधित मामलों पर विस्तृत चर्चा की गयी।
दो सत्र स्थलों के बीच की दूरी को कम करने का निर्देश :
अभियान की सफलता को लेकर जिलाधिकारी ने दो सत्र स्थलों के बीच की दूरी को कम करने का निर्देश दिया है। ताकि इसकी मॉनेटरिंग आसान हो। साथ ही किसी सत्र पर टीका के कमी की समस्या से तत्काल निपटा जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि टीकाकरण के लिये सत्र स्थलों पर पहुंचने वाले आम लोगों को किसी तरह की कोई समस्या न हो| साथ ही सत्र पर प्रतिनियुक्त कर्मी भी बिना किसी परेशानी के सफलता पूर्वक अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन कर सकें। सत्र स्थलों पर मैनूवली डेटा संधारण के लिये अतिरिक्त कर्मी की प्रतिनियुक्ति व इसके लिये उन्हें जरूरी प्रशिक्षण देने की बात कही। सत्र स्थलों पर डेटा संधारण में फार्मेट की विविधता के कारण होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिये जिलास्तर से एक सामान्य फार्मेट सभी सत्र स्थलों के लिये तैयार करने का निर्देश उन्होंने दिया। साथ ही टीकारकण के बाद लाभुकों के सतत निगरानी की प्रक्रिया को दुरुस्त करने का निर्देश उन्होंने दिया है।
लाभुकों की निगरानी का होगा विशेष इंतजाम :
जिलाधिकारी के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों की समीक्षात्मक बैठक का हवाला देते हुए सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने बताया कि इस बार सत्र समापन के बाद भी लाभुकों के सतत निगरानी का इंतजाम सुनिश्चित कराया जायेगा। ताकि टीकाकरण के बाद लाभुकों को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके लिये 24 घंटों तक लाभुकों के सतत निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जायेगा। इससे लाभुकों का उत्साह बढ़ेगा साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति उनका विश्वास बहाल होगा। इसके लिये कॉल सेंटर व विभिन्न संसाधनों के माध्यम का उपयोग किये जाने की बात उन्होंने कही। सिविल सर्जन ने कहा कि जीविका, आईसीडीएस, शिक्षा सहित संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा के उपरांत ये स्पष्ट है कि लोग टीकाकरण को लेकर बेहद जागरूक हैं। जो मिशन एक लाख अभियान की सफलता के प्रति हमें आश्वस्त करता है।
18 से 44 साल आयु वर्ग के टीकाकरण पर होगा जोर :
अभियान को लेकर चल रही तैयारियों की जानकारी देते हुए डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ ने कहा कि सत्र स्थलों पर प्रतिनियुक्त शिक्षकों को दोबारा जरूरी प्रशिक्षण देने का प्रयास चल रहा है। इस बार 18 से 44 साल आयु वर्ग के टीकाकरण पर विशेष जोर दिये जाने की बातें उन्होंने कही। डीपीएम ने कहा कि इसके लिये विशेष जागरूकता अभियान के संचालन की तैयारियां चल रही हैं। इस बार हम सारी लॉजिस्टिक व अन्य बेहतर इंतजाम सुनिश्चित कराने के प्रयासों में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि अभियान की सफलता को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से निरंतर जरूरी मार्गदर्शन व उपयोगी सुझाव प्राप्त हो रहा है। साथ ही अभियान को सफल बनाने में जिला प्रशासन के स्तर से लगातार मिल रहा सहयोग अभियान का सफल बनाने में बेहद कारगर व मददगार साबित होगा।