संवाददाता:-विकास तिवारी
अम्बेडकर नगर॥ मैत्रेय शोध संस्थान राजेसुलतानपुर के प्रबंध निदेशक बाबू विजय प्रताप का शनिवार को हृदय गति रुकने से परिनिर्वाण(निधन) हो गया।उनके असामयिक निधन की सूचना पाकर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई । दिवंगत विजय प्रताप सदैव अपना जीवन समाज के लिए समर्पित कर दिया था ।1980 के दशक में भगवान बुद्ध एवं बाबासाहेब के विचारों का प्रचार प्रसार करते रहे ।आलापुर के पूर्वी क्षेत्र में बहुजन समाज के प्रेरणा स्रोत समाज को जागरूक करने और चेतना पैदा करने में अग्रणी रहे अपने बैंक मैनेजर सेवाकाल में बामसेफ से भी जुड़े रहे वे शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान पंडित राहुल सांकृत्यायन शिशु विहार के संस्थापक अध्यक्ष भी थे । मंगलवार को उनके निवास स्थान पर शांति पाठ का आयोजन किया गया है । शनिवार देर शाम धम्म ध्वज में लिपटे पार्थिव शरीर को सरयू तट के कम्हरिया घाट पर सैकड़ों लोगों के नम आंखों के बीच अंतिम विदाई दी गई । उनके एकमात्र पुत्र रजनीकांत अपने पिता को बौद्ध धम्म रीति रिवाज से मुखाग्नि दी । इस मौके पर फिरतू राम ,श्री राम मास्टर, जयराम मौर्य ,डॉ राकेश कुमार ,श्रीराम मौर्य, छवि राज ,सूरज दास ,राम उजागीर पाल ,डॉक्टर शमीम अहमद ,शमशेर अंसारी,विवेक सिंह, अच्छेलाल ,हरिश्चंद्र, मनोज जायसवाल ,विनोद प्रजापति, सुनील कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।वही दूसरी ओर आलापुर विधायक अनीता कमल, अवधेश कमल, त्रिवेणी राम, यमुना प्रसाद चतुर्वेदी, गंगा मिस्र, रामशरीक सिंह, रामचरन सिह, डॉ संजय सिंह, सुरेंद्र नाथ, सपा जिलाध्यक्ष रामशकल यादव, त्रिभुवन दत्त, योगेंद्र त्रिपाठी, गंगा शंकर साहू, शेलेन्द्र त्रिपाठी, राजेन्द्र दाढ़ी, जितेंद्र निषाद, लालमणि गौड़ आदि गणमान्य लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।