आजमगढ़| कृषि महाविद्यालय कोटवा में 1 जुलाई को वन महोत्सव का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो धीरेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में पौधरोपण कर वन महोत्सव मनाया गया। हर वर्ष लाखों पौधे वन महोत्सव के दिन लगाया लगाए जाते है। इस दौरान उन्होने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन का अमूल्य हिस्सा हैं। जिससे हमारे आसपास का वातावरण शुद्ध रहता है। हम सबको अधिक से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाने की दिशा में काम करते रहे। हमारे जीवन की गुणवत्ता स्वस्थ तप्रकृति पर निर्भर करती है। तत्पश्चात सभी सहायक प्राध्यापकों ने भी महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण कर भागीदारी की। आपको अवगत कराना चाहते हैं कि भारत मे वन महोत्सव की शुरूआत 1950 में तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री डॉ के एम मुंशी द्वारा की गयी। तब से हर वर्ष जुलाई के प्रथम सप्ताह में वन महोत्सव का आयोजन होता आ रहा है। जिसका उद्देश्य समाज मे पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है। हम सब जानते है कि वनों के कटने से मृदा का कटाव ज्यादा होता है वनों में रहने वाले पशुपक्षी भी आवादी की तरफ पलायन करने लगते है। जिसका सीधा असर हमारे वातावरण पर पड़ता है। इस कार्यक्रम की जानकारी महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक एवं मीडिया प्रभारी डॉ रेनू गंगवार ने दी।
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