नदीम अहमद जॉर्नलिस्ट
दिल्ली
- मिली जानकारी के अनुसार छात्र नेता एवं समाजसेवी हम्माद सिद्दीकी का यूनिवर्सिटी और स्कूलो को लेकर फूटा गुस्सा| देश और दुनिया के अंदर कोविड़-19 वैष्विक महामारी की वजह से जहा इतने समय से लोगो के कारोबार के साथ साथ कॉलेज और स्कूल शिक्षा संस्थान सब पूर्णरूप से बंद थे| वही कॉलेज और स्कूल प्रशासन द्वारा बच्चो के माता पिता पर फीस का जबरन दबाव बनाया जा रहा है| बच्चो को मानसिक तौर से प्रताड़ित किया जा रहा है| वहीं माता पिता का कहना है कि इतने समय से काम और कारोबार बंद होने की वजह से वो पूरी फीस एक दम देने में असमर्थ है| छात्र नेता हम्माद ने जानकारी देंते हुए बताया कि कुछ बच्चो को स्कूलों ने पढ़ाई के ग्रुप से भी फीस ना जमा होने की वजह से बाहर का रास्ता दिखा दिया है जो बेहद शर्मसार बात है| छात्र नेता ने देश के बड़े नेतागणों के प्रति भी अपनी नाराजगी जताई और कहा कि सब अपने अपने मुद्दों और राजनीति में व्यस्त है इस देश के छात्रों की ये बद नसीबी है कि उनकी वोट सबको चाहिए मगर उनके लिए कोई आवाज़ बुलंद करने को तैयार नही है| छात्र नेता ने कहा अगर इसी तरह छात्रों का उत्पीड़न होता रहा तो जल्दी ही वो सभी छात्रों और उनके माता पिता के साथ एक बड़ा आंदोलन करेंगे| छात्र इस देश का भविष्य है और इस देश के भविष्य के साथ किसी भी सूरत में खिलवाड़ नही होने दिया जाएगा| छात्र नेता ने कहा जो कॉलेज और स्कूल इतने सालों से पैसा कमा रहे है क्या वो अपने अध्यापको को कुछ महीने की पगार भी नही दे सकते | या शिक्षा को सिर्फ और सिर्फ हमारे देश में पैसे और दौलत में ही तोला जा रहा है|