उत्तराखंड:-गोल्डन कार्ड की खामियां दूर करने की मांग,
हल्द्वानी से अंकुर
हल्द्वानी बुद्ध पार्क में गवर्नमेंट पेंशनर वेलफेयर आर्गेनाइजेशन के द्वारा इंकलाब जिंदाबाद के नारेबाजी की गई और उत्तराखंड सरकार के द्वारा क्रमिक और पेंशनरों के लिए स्वास्थ्य योजनाओं की व्यवस्था लागू की गई थी जिसके तहत हर क्रमिक और पेंशनरों के लिए गोल्डन कार्ड बनवाना था लेकिन गोल्डन कार्ड धारित सेवारत या फिर पेंशन क्रमिक के लिए सामान्य रूप में अंशदान निर्धारित किया गया था जो कि इंसाफ योग्य नहीं है बता दे कि पेंशनरों को काम कर रहे कर्मचारियों से भी आधे से कम पेंशन के रूप में धनराशि मिलती है और सरकार के द्वारा उच्च शासनादेश में ओपीडी में किए गए इलाज की राशि को भुगतान कैशलेस ना किए जाने की वजह से इलाज के खर्च की प्रतिपूर्ति सरकारी अस्पतालों के स्वास्थ्य महानिदेशक के द्वारा प्रमाण पत्र प्रति हस्ताक्षरित करने के बाद ही भुगतान की जाने की व्यवस्था की गई है जोकि न्याय उचित नहीं है और साथ ही सूचीबद्ध अस्पतालों में होम्योपैथिक आयुर्वेदिक अस्पतालों को जोड़ा नहीं गया है बता दे कि पेंशनरों के लिए गोल्डन कार्ड के अंशदान को आधा कर जो प्राप्त राशि पेंशन की धनराशि के आधार पर दी जा रही है उसका अंशदान निर्धारित किया जाए, पेंशनरों की बढ़ती उम्र और आवश्यकता को देखते हुए ओपीडी दावों के प्रति प्रति व्यवस्था को खत्म कर उसे कैशलेस व्यवस्था में लागू करें, राज्य सरकार कि स्वास्थ्य योजनाओं के अंतर्गत सूचीबद्ध अस्पतालों में आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक अस्पतालों को भी शामिल करना की मांग की और गवर्नमेंट पेंशनर वेलफेयर आर्गेनाइजेशन ने कहा कि राज्य सरकारों के क्रमिक पेंशनरों के लिए जो स्वास्थ्य योजनाओं को लागू किया गया उसमें काफी विसंगतियां नजर आ रही है इन्हीं विसंगतियों को दूर करने के लिए सरकार से मांग की, इस दौरान गवर्नमेंट पेंशनर्स वेलफेयर आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष गंगा सिंह चमियाला उपाध्यक्ष बी डी पाठक कोषाध्यक्ष नरोत्तम पांडे महासचिव डीडी भट्ट संगठन मंत्री मदन लाल शाह आदि लोग मौजूद रहे