रेलवे भर्ती बोर्ड के चेयरमैन ने बढ़ाया प्रतिभाओं का हौसला एम सी यू के कुलपति ने फिल्मी पत्रकारिता के कैरियर पर डाला प्रकाश कोंच (जालौन) माँ अपनी संतान की सबसे अच्छी मित्र है यह बात द्वितीय कोंच इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में देखने को मिली। वर्चुअल आयोजित हो रहे फेस्टिवल में माँ-बेटी की जोड़ियों ने लोकगीत और फिल्मी गानों पर नृत्य प्रस्तुति दी यह प्रस्तुति इशिका-रोमा श्रीवास्तव, नन्दनी ज्योति खरे, आराध्या-सुष्मिता की जोड़ियों ने दी । इसके साथ ही कोंच फ़िल्म फेस्टिवल द्वारा पर लोकसंस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बन्दनवार और रंगोली फेस्टिवल को समर्पित करते हुए बनाने का आह्वान किया गया। फेस्टिवल के सातवें दिन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० के०जी० सुरेश ने फिल्मी पत्रकारिता में कैरियर की विभिन्न अवसरों पर प्रकाश डालते हुए अपना ओजस्वी सम्बोधन दिया। वही रेलवे भर्ती बोर्ड के चेयरमैन अतुल मिश्रा ने फेस्टिवल में सहभागिता कर रही प्रतिभाओं का हौसला अफजाई करते हुए फेस्टिवल को कोंच के लिए संजीवनी बताया। साहित्य अकादमी से सम्मानित साहित्यकार इंद्रा दांगी ने वर्तमान में साहित्य की सिनेमा में उपयोगिता पर बात की। फेस्टिवल में फिल्मों की स्क्रीनिंग भी की गई। इसके साथ ही अर्नव बिष्ट, गुनीत चावला, विशाल, विवान गुलाटी, समृद्धि कौसधन, अनामिका श्रीवास्तव, आकाश सिंह सूर्यवँशी, सिया कुमारी, अविका श्रीवास्तव, जयसिंह, अदिति सिंह, शिवांगी एन चौहान, अनुष्का श्रीवास्तव, अभाषदीप श्रीवास्तव आदि ने प्रस्तुति दी। फेस्टिवल के संयोजक/संस्थापक पारसमणि अग्रवाल ने कहा कि फेस्टिवल में बेहतर प्रस्तुति देने वाले प्रतिभागियों को कोंच रत्न से नवाजा जाएगा। इसके साथ ही नगर की हस्तियों की स्मृति में विगत वर्ष से शुरू हुए सम्मान विभिन्न