कन्नौज से सिद्धार्थ गुप्ता की रिपोर्ट
डायरिया, बुखार, पेटदर्द से पीड़ित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। हर घर में दो दो चार चार लोग बीमार पड़े हैं। जिला अस्पताल का आलम यह है कि समय से डाक्टर अपने कक्ष में नही बैठते हैं। इंतजार के बाद मरीज बैरग लौट जाते हैं। अस्पताल के जिम्मेदार इस ओर कोई ध्यान नहीं देते हैं।
बारिश न होने के कारण उमस भरी गर्मी ने लोगों को हलकान कर रखा है। उल्टी दस्त, बुखार, पेट दर्द के मरीज बढ़ रहे हैं। सुबह अस्पताल खुलते ही मरीजों की पर्चा काउटंर पर भीड़ लग जाती है। पर्चा कटवाने के बाद मरीज डाक्टरों के कक्ष के सामने लाइन में लगकर घंटों इंतेजार करते हैं। कई डाक्टर तो ऐसे हैं जो राउड के नाम पर घंटों गायब रहते हैं। जब भीड़ कम हो जाती है तो डाक्टर अपने कक्ष में आकर बैठ जाते हैं। मरीजों का कहना है कि डाक्टर समय से अस्पताल नहीं आते हैं। मजबूर होकर मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है। डाक्टरों का कहना है कि उमस भरी गर्मी से बीमारियां बढ़ रही हैं। ऐसे में खानपान का विशेष ध्यान देना जरूरी है।