आजमगढ़|करोना काल में उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में पठन-पाठन एवं परीक्षा की महती जिम्मेदारी का निर्वहन अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालय के शिक्षक कर रहे हैं परंतु शिक्षकों के साथ प्राचार्य -प्रबंधकों का शोषण एवं उत्पीड़न जारी है। जिसको लेकर शिक्षकों ने मानवाधिकार आयोग,महामहिम राज्यपाल को पत्र प्रेषित किया ।इस संदर्भ में राज भवन एवं उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा समस्याओं को संज्ञान लेने पर शिक्षक संघ ने संतोष व्यक्त किया है । शिक्षक संघ ने रिट याचिका संख्या 729/ 2012 दिनांक 1 मार्च 2013 को माननीय उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ द्वारा पारित आदेश यूजीसी मानक के अनुरूप न्यूनतम वेतन ₹57700 लागू करने के अपने संकल्प को दोहराया है ।जनपद आजमगढ़ शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष डॉ शैलेश पाठक ने कहा कि पिछले बसपा ,सपा तथा वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा शिक्षक संघ को केवल आश्वासन दिया जा रहा है। 20 वर्षों से अनुदानित महाविद्यालय में स्ववित्तपोषित शिक्षको के समस्याओं को सरकार अपने शासनादेश का अनुपालन महाविद्यालयों से सुनिश्चित नहीं करा पाया है। जिससे प्राचार्य तथा प्रबंधकों द्वारा समय से शिक्षकों का मासिक वेतन का भुगतान ,नियुक्ति तिथि से भविष्य निधि की कटौती नहीं किये । इसी समस्याओं को लेकर करोना काल मे प्राचार्य एवं प्रबंधकों से शिक्षकों का मतभेद के कारण शिक्षक मानसिक तथा आर्थिक विपन्नता के बोझ तले दबकर आत्महत्या करने को मजबूर हो सकते हैं ।वहीं शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि सबका साथ सबका विकास वाली सरकार को माननीय उच्च न्यायालय द्वारा 1 मार्च 2013 के पारित आदेश को तत्काल लागू करना चाहिए। जिससे न्यायालय की विश्वसनीयता कायम रहे।पूर्व में न्यायालय द्वारा तदर्थ एवं मानदेय शिक्षकों के पक्ष में दिए गये निर्णय को सरकार ने उसे लागू किया परंतु अनुदानित महाविद्यालय के स्ववित्तपोषित शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार मिशन 2022 को प्रभावित कर सकता है ।शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री से इस समस्या को सहानुभूति पूर्वक विचार कर प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं अनुदानित महाविद्यालयो में वर्षों से कार्यरत स्ववित्तपोषित शिक्षकों को यूजीसी मानक के अनुरूप वेतन देने की मांग की है। मांग करने वालों में डॉ सदानंद मिश्रा, डॉ अर्चना उपाध्याय, डा पूनम श्रीवास्तव, डा मधुरमा अस्थाना, डाअमरेश पाठक,डा दुषयनत त्रिपाठी ,डॉ सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, डॉ गोविंद नारायण, डॉ प्रदीप राय, डा इंदुमती दुबे, डॉ आराधना सिंह, डॉ शिल्पा यादव, डॉ आर के मौर्या, डॉ जयप्रकाश यादव, डॉ साधना राय ,डा सुलक्षणा पांडे,डा पूनम तिवारी, डॉ गणेश शंकर पांडे, डॉ शिखा सिंह डॉ वीरेंद्र यादव, अनीता सोनी, डॉ घनश्याम दुबे, डॉ राजकुमार मिश्रा ,अवधेश गिरी डॉ अखिलेश तिवारी आदि शामिल है।
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Sun Jul 18 , 2021