एम एन बादल
पूर्णिया जिले में भू विवाद का मामला जहां लगातार गहराता जा रहा है। वहीं भूमाफिया के फर्जीवाड़े का एक के बाद एक खुलासा भी होता जा रहा है। पंद्रह जुलाई को मरंगा निवासी सुरेंद्र कुमार सिंह ने जिलाधिकारी राहुल कुमार को लिखित आवेदन देकर पूरे फर्जी मामले का खुलासा करते हुए गुहार लगाया है कि इस पूरे मामले की गहन जांच कर उचित कार्रवाई की जाए। मरंगा निवासी सुरेंद्र कुमार सिंह ने जिलाधिकारी को साक्ष्य के साथ आवेदन देते हुए लिखा है कि भूमाफिया और अंचल कर्मी के सांड गांठ से मौजा महराजगंज खाता 889 खेसरा 139, 285, 287, रकबा 5.01.10 हेक्टर भूमि पंजी 2मेअनावाद विहार सरकार के नाम से खतीयान में आज तक दर्ज़ है। लेकिन भूमाफिया विक्की बवाल ने अपने परिजन कानून भवाल के नाम जमाबंदी किस की सांठ-गांठ से खोलना कर अंचल कार्यालय के आफिसियल बेब साइट पर अपलोड करना लिया,यह गहन जांच का विषय है,अंचल के कौन लोग हैं जो भूमाफिया के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं
इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता एस एस पांडे कहते हैं कि सूचना के अधिकार के तहत अंचलाधिकारी दीपक कुमार ने 24/11/18 को अपने पत्रांक 2126 के द्वारा हल्का कर्मचारी सह अंचल निरीक्षक श्रवण कुमार सुमन से जांचोपरांत खुलासा किया है के मौजा महराजगंज खाता 889 खेसरा 139,285,287 रकबा 5.01.10 हेक्टर भूमि अनावाद विहार सरकार के नाम से पंजी में दर्ज है। उसके बावजूद फर्जीवाड़ा करने वाले कर्मी और भूमाफिया पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।तुर्रा यह है कि सन् 2013 से ही सब जज प्रथम पूर्णिया के न्यायालय में वाद संख्या 312/13 संजीव कुमार v/s विहार सरकार मुकदमा चल रहा है।इस तमाम साक्ष्यों को अधिवक्ता श्याम सुन्दर पांडेय ने अदालत में दाखिल कराया है जो वर्तमान में लम्बित है।इस विवाद में विहार सरकार अपना ब्यान तहरीर(WS) को दाख़िल कर खतियान के आधार पर अपना दावा किया है। सरकारी अंचल अमीन ने दिवानी वाद संख्या 312/13 वाली संजीव कुमार v/s विहार सरकार से सम्बंधित जमीन की CS सर्वो नक्शा MS सर्वे नक्शा की तुलनात्मक मिलान ट्रेस नक्शा एंव जांच नापी प्रतिवेदन समर्पित किया है।अंचल अमीन ने अपने रिपोर्ट में साफ साफ लिखा है उक्त भूमि विहार सरकार की है।
इसके साथ ही पूर्णिया पूर्व आंचल के हल्का कर्मचारी सह अंचल निरीक्षक श्रवण कुमार सुमन ने अदालत में शपथ लेते हुए जिला समाहर्ता पूर्णिया की ओर से गवाही देते हुए कहा कि खाता खेसरा रकबा हेक्टर भूमि अनावाद विहार सरकार के नाम से खतीयान में आज भी दर्ज़ है।इस भूमि पर शादी का किसी प्रकार का कोई अधिकार नहीं है।वादी का तमाम मालिकाना हक बेबुनियाद है।अब अदालत के साथ में फैसला है