मधुबनी संवाददाता
पूर्णिया / मानसून के तेवर अभी तल्ख होने बाकी ही है लेकिन उससे पहले ही जल संसाधन विभाग बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य मे विफल दिख रहा है।शुक्रवार की अहले सुबह पश्चिमी कोसी तटबंध के 22.38 किमी से कोसी नदी किनारे से गुजरने वाला सिकरहट्टा -मझारी निम्न बांध डगमारा पंचायत के तूत्याही गांव के पास शुक्रवार की अहले सुबह लगभग 03 बजे टूट गया। गौरतलब है कि निम्न बांध जो टूटी है , उसपर पक्की सड़क बनी है जो निर्मली से डगमारा तक जाती है ।यह पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के बीच स्थित है। समाचार प्रेषण तक यह निम्न बांध 100 फीट लंबाई और 20 फ़ीट गहराई में टूट चुकी थी । निम्न बांध के टूटने के बाद डीएम महिंद्रा कुमार और एसपी मनोज कुमार कटाव स्थल पर पहुंच गए हैं ।वहीं जल संसाधन विभाग के सभी आला अधिकारी कटाव स्थल पर डैमेज कंट्रोल में लगे हुए हैं ।
मिली जानकारी अनुसार , इस निम्न बांध के टूटने से सुपौल के निर्मली और मरौना व मधुबनी जिला के लौकही प्रखंड की एक बड़ी आबादी बाढ़ से प्रभावित हो सकती है। बहरहाल, कटाव स्थल से बह रहा पानी निर्मली में एनएच 57 के भुतहा चौक से मरौना जाने वाली सड़क से पूर्व बह रही तिलयुगा नदी में जमा हो रहा है ।अगर समय रहते डैमेज कंट्रोल नही हुआ और तिलयुगा में उफान आया तो निर्मली शहर पर खतरा बढ़ सकता है। इस निम्न बांध के टूटने से वर्ष 2008 की कोसी -त्रासदी से प्रभावित इलाके पर कोई असर नही पड़ेगा। स्थानीय लोगों का मानना है कि बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों में विभाग द्वारा कोताही बरते जाने से निम्न बांध टूटा है। जबकि , स्थानीय लोगों द्वारा इस आशय की शिकायत विभाग से भी की गई थी। डीएम महेंद्र कुमार कहते हैं कि विभाग समस्या के समाधान में जुटी हुई है , जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।