पूर्णिया संवाददाता
पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के समक्ष यह गुहार लगाई कि उसकी बेटी की मृत्यु बीमारी के कारण हो गई है बेटी को तीन बेटा है उसमें से एक बेटा मेरा दामाद इस नानी की झोली में डाल दे वह काफी गिरगिरराई कम से कम एक नाती उसे दे दे क्योंकि बड़े बेटे से केवल लड़की ही उत्पन्न हुई है परंतु दामाद द्वारा यह कहा गया की वह एक बेटा को देने के लिए तैयार है परंतु उसकी मां इसके लिए तैयार नहीं है दामाद यह भी कहा के नानी नानी का घर एक ही जगह पर है इसलिए नानी को जब भी मनचाहे वह नाती से मिलने के लिए आ सकती है उसको किसी प्रकार की मनाही नहीं की जाएगी उसके बाद नानी ने कहा कि मेरी बेटी बीमारी से मर चुकी है किसलिए अब मैं दमाद के खिलाफ जो शिकायत की थी कि दहेज के लिए मारपीट करता है खाने के लिए नहीं देता है वह शिकायत में वापस लेना चाहती हैं केंद्र ने उसके मामले को यहीं पर स्थगित कर दिया मामले को सुलझाने में केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक स्वाति व संत्री रविंद्र शाह प्रमोद जायसवाल एवं कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई आज इस केंद्र में 30 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें से 9 मामलों का निष्पादन किया गया 5 जोड़ी पति पत्नी के सारे शिकवे शिकायत को दूर कर फिर से उनके परिवार को बता दिया गया 4 जोड़ी लाख समझाने पर भी जब समझने के लिए तैयार नहीं हुए तो उन्हें थाना अथवा न्यायालय की शरण लेने को कहा गया