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भगवान भोलेनाथ की सावन महीने में बरसती है असीम कृपा।
कुरुक्षेत्र, 1 अगस्त :- भगवान भोलेनाथ के परम भक्त हैं ऋषि मार्कण्डेय और भगवान भोलेनाथ की कृपा से बाल ऋषि मार्कण्डेय को काल से मुक्ति मिली थी। अखिल भारतीय श्री मार्कण्डेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी के सान्निध्य में श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में योगी शम्भु नाथ, गुरदीप बहोली, स्वामी अमरदास, परमजीत सिंह, कृष्ण दत्त शर्मा व सतीश शर्मा ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ पार्थिव शिवलिंग पर अभिषेक करवाया और उसके उपरांत पार्थिव शिवलिंग को मारकंडा नदी में विसर्जन करवाया। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि आज रविवार है जो ऋषि मारकंडा की पूजा का दिन है। इस दिन सावन महीने में भगवान भोलेनाथ के परम भक्त ऋषि मार्कण्डेय के तप स्थान पर पूजा का विशेष महत्व है। इस लिए यहां भक्तिभाव के साथ श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया सावन महीना भगवान भोलेनाथ का प्रिय महीना है और इस महीने में भगवान भोलेनाथ की असीम कृपा बरसती है। इस महीने की पूजा उपासना अर्चना एवं उपवास का कई गुणा फल मिलता है। उन्होंने बताया कि सती ने दक्ष प्रजापति के यज्ञ में अपना शरीर होम करने के बाद जब उन्होंने हिमालय की पुत्री पार्वती के रूप में जन्म लिया तब उन्होंने भगवान भोलेनाथ को पुन: पति के रूप में प्राप्त किया। इसी कारण भगवान भोलेनाथ को यह महीना अधिक प्रिय है। इस अवसर पर स्वामी संतोषानंद, स्वामी सीताराम, वेद प्रकाश, रीटा, इशू, रेणु, कूड़ा राम, ओमवती, अनिल कुमार, बिल्ला, जसबीर, कृष्ण दत्त, कमलेश रानी, हरीश, निशा रानी, ग्यानो देवी, सतीश, मूर्ति देवी विकास, स्मृति रानी, निविद व हरिया इत्यादि भी मौजूद थे।
सावन महीने का महत्व बताते हुए तथा संकीर्तन करते हुए महंत जगन्नाथ पुरी व श्रद्धालु।