Uk, रुड़की
अरशद हुसैन ,9997204820,
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जब सैया भये कोतवाल तो डर काहे का यह कहावत सिद्ध होती है रुड़की वन विभाग अधिकारियों पर और वन माफियाओ पर जी हाँ रुड़की रेंज के गाँव सढोली के पास वन विभाग के अधिकारी खुद अपनी सरपरस्ती में वन विभाग के लिप्सिट के पेड़ कटवाने में लगे है वह माफियाओं के पास जो परमिशन जारी की गई है उसमें उखड़े हुए पेड़ व सूखे हुए पेड़ो की परमिशन है पर आश्चर्य की बात है कि जो पेड़ काटे जा रहे है वह बिल्कुल हरे भरे पेड़ है
मामले को देखकर मालूम होता हैं कि वनमाफ़ियाओ कि वन अधिकारियों के साथ किसी बड़ी साजिश के तहत खेल खेला जा रहा है जबकि यह पेड़ बिल्कुल सड़क के किनारे खड़े हुए थे और इनसे किसी भी तरह का कोई खतरा नही था।
वन विभाग अक्सर उन पेड़ो को ही काटने की इजाजत देता है जिनके गिरने का खतरा होता है या वह पूरी तरह से सूख चुके हो साथ ही एक पेड़ काटने पर उसी जगह दो पेड़ लगाने अनिवार्य होते है पर वन विभाग ही अब हरे भरे पेड़ो पर आरी चलाने का काम करवा रहे है जिसके बाद यह कहना कठिन होगा कि जब रक्षक ही बक्षक बन जायेगा तो हरियाली की रक्षा कौन करेगा।
बाईट– मयंक गर्ग, वन रेंजर रुड़की