प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सबके मन में बस यही सवाल है कि तीसरी लहर कब आएगी। इस बीच नई भविष्यवाणी सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर इसी महीने यानी अगस्त में ही आ सकती है। वहीं अक्टूबर में तीसरी लहर चरम पर होगी।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना को लेकर यह ताजा भविष्यवाणी शोधकर्ताओं ने गणित के मॉडल के आधार पर की है। इसमें आईआईटी हैदराबाद और कानपुर के मधुकुमल्ली विद्यासागर और मनिंद्र अग्रवाल शामिल थे। कोरोना की दूसरी लहर को लेकर इनका अंदेशा सटीक बैठा था। शोधकर्ता कहते है कि कोरोना को घातक होने से रोकने के लिए टीकाकरण की स्पीड को तेज करना होगा। बता दें कि देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस की 17,06,598 वैक्सीन लगाई गईं, जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 47,22,23,639 हो गया है।
खबर के मुताबिक, शोधकर्ताओं का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर दूसरी लहर जितनी घातक तो नहीं होगी लेकिन फिर भी सावधानी बरतनी होगी। बताया गया है कि इसमें रोज कोरोना के नए एक-एक लाख केस देखने को मिल सकते हैं। स्थिति थोड़ी और बिगड़ी को आंकड़ा 1।5 लाख तक जा सकता है। दूसरी लहर में भारत में रोज 4 लाख से भी ज्यादा केस सामने आए थे। फिर 7 मई के बाद कोरोना केस धीरे-धीरे कम होने लगे थे। शोधकर्ता मानते हैं कि तीसरी लहर में कोरोना के केस कितने बढ़ेंगे यह महाराष्ट्र और केरल या फिर ज्यादा केसों वाले राज्यों की स्थिति पर निर्भर है।