जांजगीर-चांपा, 13 अगस्त, 2021/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की पहचान किसानों के साथ न्याय करने वाले राज्य के रूप में कायम हुई है। राज्य के किसानों के हितों की रक्षा और उन्हें सीधे-सीधे लाभ पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने जो फैसले लिए हैं, नीतियां और योजनाएं बनाई हैं, उसके परिणाम स्वरूप किसानों और ग्रामीणों के जीवन में खुशहाली का नया दौर शुरू हो गया है। यही वजह है कि राज्य में कृषि रकबे और किसानों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही खेती किसानी के प्रति रुझान बढ़ा है।गोधन न्याय योजना के माध्यम से जांजगीर-चांपा जिले के 267 गोठानों में गोबर क्रय किया जा रहा है। इसके लिए 10,716 गोबर विक्रेताओं ने पंजीयन करवाया है। गोबर विक्रेताओं में 6,897 नियमित रूप से गोबर बेचकर लाभ कमा रहे हैं। योजना प्रारंभ होने की तिथि से 6 अगस्त 2021 तक 1,85,074 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है। खरीदे गए गोबर के लिए विक्रेताओं को 3 करोड़ 70 लाख रूपये से अधिक का भुगतान किया गया है। गौठान से जुड़े महिला स्व सहायता समूह द्वारा 30 हजार 440 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट और 9437 क्विंटल सुपर कंपोस्ट का उत्पादन किया गया है। स्व सहायता समूह द्वारा 13 हजार 563 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट और 245 क्विंटल सुपर कंपोस्ट खाद का विक्रय किया जा चुका है। जिसका सीधा लाभ महिला स्व सहायता समूह के सदस्य महिलाओं को मिला है। महिलाओं को उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गौठानो में महिला स्व-सहायता समूह को संलग्न किया गया है। गांव में ही जैविक खाद उपलब्ध होने से किसानों का रुझान जैविक खेती की तरफ बढ़ा है। जैविक खाद से पौष्टिक उत्पाद और भूमि की उर्वरा लंबे समय तक सुरक्षित रहती है। रासायनिक खाद की तुलना मे वैज्ञानिकों ने जैविक खाद को बेहतर बताया है।
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Fri Aug 13 , 2021