ओवरलोड व बिना रायल्टी के ढोया जा रहा रेता-बजरी
राजस्व विभाग की कार्यवाही के बाद भी बाज नहीं आ रहे वाहन चालक
(जफर अंसारी
सितारगंज। फर्जी रायल्टी के माध्यम से उत्तर प्रदेष को रेता बजरी ले जाने के मामले में प्रषासन ने कार्यवाही के बाद भी बिना रायल्टी के ओवरलोड रेता बजरी ढोने वाले बाज नहीं आ रहे। पुलिस भी इन वाहनों पर अंकुष नहीं लगा रही।
क्षेत्र के स्टोन क्रषरों से फर्जी रायल्टी के माध्यम से यूपी को रेता बजरी की सप्लाई करने के समाचार प्रकाषित किये जाने के बाद मंगलवार की रात उप जिलाधिकारी तुशार सैनी ने राजस्व कर्मियों के साथ बिज्टी चौराहे पर मोर्चा संभाला। इस दौरान स्टोन क्रषर से आने वाले रेता बजरी से लदे वाहनों को पकड़ा गया। टीम ने नौ वाहन रोके। छह तो कब्जे में ले लिए गये। जबकि तीन वाहनों के चालकों ने वाहन भगा दिये व उन्हें काफी दूर जाकर छोड़ गये और फरार हो गये। एसडीएम सैनी ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी उधमसिंह नगर, बरेली व पीलीभीत को भेजे पत्र में कहा कि अवैध खनन की चेकिंग के दौरान जो चालक वाहनों को भगा ले गये उनके व वाहनों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाये। तब उप निदेषक खनन दिनेष सिंह ने कहा था कि चार वाहनों की रायल्टी फर्जी हैं।
बाद में खनन की फर्जी रायल्टी बनाने वाले दो जालसाजों को एसडीएमए व उप निदेशक खनन की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों के कब्जे से लैपटाप व मोबाइल बरामद किये गये थे। बताया गया कि फर्जी रायल्टी बनाने वाला शिवा शुक्ला ग्राम गोहनिया, इलाहाबाद उत्तर प्रदेष व आशीष पांडे इलाहाबाद के मेजारोड का निवासी है। इतना कुछ हो जाने के बाद भी बिना रायल्टी रेता बजरी ढोने व ओवरलोड वाहन चलाने वाले बाज नहीं आ रहे। रात्रि में उनके अवैध रूप से रेता बजरी के परिवहन का सिलसिला जारी हैं। चूंकि प्रषासन लगातार उन पर नजर नहीं रख सकता। ऐसे में पुलिस को जिम्मेदारी संभालनी चाहिये, लेकिन पुलिस ऐसे वाहनों को नहीं पकड़ रही। रात्रि में सरपट दौड़ रहे ये वाहन दुर्घटनाओं का सबब तो बन ही रहे हैं। साथ ही सरकार को भी राजस्व की चपत लगाई जा रही हैं।