रक्त दान महांदान
रक्त दान करने से शरीर को कोई कमजोरी महसूस नहीं होती : देव प्रिय त्यागी
मोगा :[ कैप्टन सुभाष चंद्र शर्मा] :=रक्त दान को महांदान कहा जाता है। समय समय पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाता है जहां जाकर लोग अपनी इच्छानुसार रक्तदान करके दूसरों की अमुल्य जानें बचाते हैं।
हमारे देश में ऐसे मरीजों की संख्या कम नहीं है जिन्हें खून चढ़ाने की सख्त जरूरत होती है और इसके साथ ही आपातकालीन स्थिति में भी मरीज को बचाने के लिए कई बार खून की आवश्यकता पड़ती है। इस तरह से जब इंसान रक्तदान करता है तो वह किसी को एक नया जीवन देता है और इससे बढ़कर पुण्य और क्या हो सकता है! इस कड़ी के अंतर्गत आज मोगा के रहने वाले प्रसिद्ध समाज सेवी देव प्रिय त्यागी ने
खत्री भवन मोगा में आयोजित रक्त दान शिविर में जाकर स्वैच्छिक रक्त दान किया।
एक रिसर्च में इस बात का भी खुलासा किया गया था कि नियमित रूप से रक्तदान करने वालों में कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है। ब्लड डोनेट करने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स की क्षमता भी बढ़ती है।जब कोई नियमित तौर पर ब्लड डोनेट करता है तो उसके शरीर में ताजा खून बनने की प्रक्रिया भी तेज हो जाती है। यह कार्बन डाइऑक्साइड को भी शरीर से बाहर निकाल देता है जिससे कि शरीर स्वस्थ रहता है।