कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान की जयंती मना गई।
अररिया संवाददाता
फारबिसगंज (अररिया) स्थानीय प्रोफेसर कॉलोनी में महान् राष्ट्रीय कवयित्री एवं अग्रणी स्वाधीनता सेनानी सुभद्रा कुमारी चौहान की जयंती बिहार बाल मंच फारबिसगंज के तत्वावधान एवं अभिनव तिवारी के संयोजकव्त में आयोजित हुआ। स्कूली बच्चों के द्वारा तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पण के बाद बच्चे आशुतोष, आनंद, नैतिक, प्रियांशी, राजा, सोना,आदर्श, अंकित, सृष्टि, सुमन कृष्णा, शुभंकर, सोनम, आराध्या, श्रेया, कुशाल ने कहा कि 16 अगस्त 1984 ई० को सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म इलाहाबाद के निहालपुर आवासीय मोहल्ले में हुआ था। इलाहाबाद के क्रास्थवेट कन्या महाविद्यालय से उच्च शिक्षा के बाद कहानीकार के रूप में हिंदी साहित्य में अपना विशिष्ट स्थान दो कथा संग्रह ‘बिखेरे मोती’ एवं ‘उन्मादिनी’ कहानियों के लिए उन्हें दो बार हिंदी साहित्य सम्मेलन द्वारा ‘सेक्सरिया’ पुरस्कार प्रदान किया गया था। सुभद्रा जी बेहद सरल विचारों की नारी थी। देश और साहित्य को उनसे काफी उम्मीदें थी लेकिन महज 44 वर्ष की आयु में नागपुर से जबलपुर प्रवास के दौरान 15 फरवरी 1848 ई० को एक मोटर दुर्घटना में उनका असामयिक निधन हो गया था। अंत में सभी बच्चे सुभद्रा कुमारी रचित कविता ‘खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी’ का पाठ कर कोटि-कोटि नमन किया।
फोटो कैप्शन – जयंती मनाते बच्चे व साहित्यकार।