ब्रिटिश जमाने में सबसे पहले चुन्नीलाल शर्मा के नाम से बना था मोहर्रम का लाइसेंस
कैप्शन, अपने घर में लाठी खेलते यूवक
- 150 साल में दूसरी बार चुन्नी लाल परिवार को नहीं मिलेगा लाईसेंस
- यहां ताजिया मुस्लिम समाज बनाता है लेकिन उसका लाइसेंस हिंदू समाज के नाम पर बनता है
- वैश्विक कोरोना महामारी को लेकर इस बार नहीं बनेगा मोहर्रम का लाइसेंस
अररिया से मो माजिद
संप्रदायिक भावना भड़का कर समाज को तोड़ने वालों के लिए यह सीख है। अररिया प्रखंड के बसंतपुर पंचायत अंतर्गत मानिकपुर गांव में ताजिया मुसलमान निकालते हैं। पर इसका लाइसेंस हिंदू के नाम से जारी होता है। लेकिन इस बार वैश्विक कोराना महामारी को लेकर सरकार द्वारा मोहर्रम का लाइसेंस नहीं देने का निर्णय लिया गया है। ताकि लोगों का जान बच सके। कोरोना संक्रमण ने गांव के लोगों की उम्मीदों पर इस बार फिर पानी फेर दिया। ब्रिटिश शासन काल से लेकर अब तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि जुलूस नहीं निकला। दूसरी बार वर्ष 2020-21 में मोहर्रम का लाइसेंस नहीं दिया गया।
- गत वर्ष परमानंद शर्मा के नाम से बनाया गया था लाइसेंस
- पिछले डेढ़ सौ से अधिक सालों से गांव में यह परंपरा कायम है। पिछले साल से ही शनिचर शर्मा अपने छोटे भाई परमानंद शर्मा को ही मोहर्रम का लाइसेंस धारी का बीड़ा सौंप दिया। दोनों ही समुदाय के लोग मिलजुलकर ताजिया जुलूस निकालते हैं। इतना ही नहीं अररिया बैरगाछी के मैदान- ए- कर्बला में भी सबसे पहले यही का ताजिया को जगह मिलती है। भाई चारे की इस तहजीब ने तो कई वर्षों से गांव को ताजिया चौक का नाम दे दिया है। मानिकपुर के ताजिया चौक पर अररिया बस्ती व बसंतपुर पंचायत के हिंदू मुस्लिम साथ मिलकर मोहर्रम के मातम साझा करते हैं। कमेटी के अध्यक्ष एवं वर्तमान मुखिया वसीकुरहमान ने बताया कि कोराना महामारी को लेकर इस बार मोहर्रम का लाइसेंस नहीं दिया गया है।
- प्रशासन ने की लोगों से अपील, घर में ही रह कर मनाएं मातम।
परमानंद शर्मा ने बताया कि उनके पूर्वजों ने ही मोहर्रम का लाइसेंस लेने की शुरुआत की थी। ब्रिटिश जमाने में सबसे पहले चुन्नी लाल शर्मा के नाम से लाइसेंस बना था। उनके बाद रामलाल सूतिहार और उसके बाद कारे लाल शर्मा के नाम से लाइसेंस बनता रहा। पिछले साल तक चुन्नी लाल शर्मा के परपोते यानी शनिचर शर्मा के नाम से लाइसेंस का बन रहा था। वर्तमान बैरगाछी ओपी अध्यक्ष मेनका रानी ने बताया कि इस बार वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। सभी लोग अपने अपने घरों में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मोहर्रम पर्व मनाए।