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कुरुक्षेत्र, 22 जुलाई :- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के गणित विभाग के अध्यक्ष एवं छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अनिल वशिष्ठ ने बताया कि विभाग द्वारा द्विवर्षीय मास्टर डिग्री कोर्स व पीएचडी कोर्स चलाए जा रहे हैं। गणित विभाग की स्नातकोत्तर कक्षाओं में दाखिले के लिए हर साल देश भर से हजारों छात्र आवेदन करते हैं जो कि इस कोर्स की लोकप्रियता और रोजगारपरक होने का प्रमाण है।
वर्ष 1961 से अस्तित्व में आने वाले गणित विभाग ने प्योर और एप्लाइड गणित के क्षेत्र में अनुसंधान में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त की है। विभाग को एफआईएसटी योजना के तहत डीएसटी द्वारा समर्थित किया गया है और राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता का केंद्र होने के नाते पुस्तकों की खरीद के लिए राष्ट्रीय उच्च गणित बोर्ड, टीआईएफआर, मुंबई से विशेष सहायता प्राप्त होती रही है। एमएससी गणित करने के पश्चात शोध तथा शिक्षण में अपार संभावनाएं है। आजकल गणित के विद्यार्थी इंश्योरेंस, डाटा साइंस, फाइनेंशियल क्षेत्र, बायो मैकेनिक्स, स्पेस साइंस और कंप्यूटर विज्ञान सहित अनेक क्षेत्रों में आगे बढ़कर योगदान दे रहे हैं।
कुवि के गणित विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल वशिष्ठ ने बताया कि गणित विभाग से अब तक लगभग सैंकड़ों छात्रों ने पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है, जिन्हें शिक्षण, अनुसंधान और प्रशासनिक संगठनों में सम्मानजनक पदों पर नियुक्ति मिली है। विभाग के शिक्षकों एवं शोधार्थियों द्वारा पिछले पांच वर्षों में उच्च इंपेक्ट फैक्टर वाली अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में लगभग 135 शोध पत्र प्रकाशित किए गए हैं। विभाग के लगभग 35 छात्रों ने पिछले पांच वर्षों में नेट/जेआरएफ परीक्षा उत्तीर्ण की है। गणित विभाग के कई प्राध्यापकों ने विभिन्न कार्यशालाओं में और ‘संकाय अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक विनिमय कार्यक्रम’ के अंतर्गत अपना शोध कार्य प्रस्तुत करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, स्पेन, चेक गणराज्य, बेल्जियम, तुर्की आदि के विभिन्न प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों का दौरा किया है। गणित विभाग ने यूजीसी, डीएसटी जैसी फंडिंग एजेंसियों की मदद से कई सेमिनारों/संगोष्ठियों का आयोजन किया है। इसी कड़ी में गणित विभाग द्वारा 26-28 अक्तूबर 2021 तक एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी रीसेंट एड्वांसेस इन सॉलिड मेकेनिक्स एंड सेस्मोलोजी का आयोजन भी किया जा रहा है। इसके पूर्व भी यूजीसी/सीएसआईआर/डीएसटी/एनबीएचएम द्वारा वित्त पोषित कई अनुसंधान परियोजनाएं विभाग में सफलतापूर्वक पूरी की गई है।
उन्होंने बताया कि विभाग से उत्तीर्ण होने के बाद छात्रों का प्लेसमेंट बहुत ही संतोषजनक रहा है। गणित विभाग के कई प्रतिभावान छात्र विभिन्न शिक्षण संस्थानों में सहायक प्रोफेसर बन गए हैं। कुछ छात्रों का चयन अनुसंधान संगठनों में वैज्ञानिकों के रूप में समाहित पदों के लिए भी किया गया है। इसके अतिरिक्त बहुत अधिक संख्या में शिक्षण विभाग में पीजीटी तथा प्राचार्य के पदों पर काम कर रहें हैं। विभाग का अपना प्लेसमेंट सेल भी है। गौरतलब हैं कि गणित विभाग के सभी पाठ्यक्रम शिक्षा जगत एवं उद्योग की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए हैं ताकि विद्यार्थियों को रोजगार मिलने में आसानी हो सके ।
गणित विभाग में एमएससी के विद्यार्थियों के लिए दो कंप्यूटिंग लैब हैं। शोधार्थियों के लिए अलग से एक कंप्यूटर शोध प्रयोगशाला है । टीचिंग लैब में एमएससी गणित के पहले से चैथे सेमेस्टर को ‘सी’, ‘मैटलैब’ तथा ‘आर’ प्रोग्रामिंग भाषाओं कम्प्यूटेशनल तकनीकों के लिए प्रशिक्षण मिलता है। विभाग के अनुसंधान प्रयोगशाला में दो सर्वर, आईबीएम एक्स 3650 सर्वर (24) रैक-एक्सईओएन-5460 और एचसीएल इनफिनिटी ग्लोबल लाइन 2700 बीडी 2 सर्वर एक्सईओएन डुअल प्रोसेसर, उच्च अंत कंप्यूटिंग के लिए उपलब्ध हैं। मेथकैड और मैटलैब के लाइसेंस प्राप्त सॉफ्टवेयर रिसर्च लैब में शोधार्थियों और शिक्षकों को उपलब्ध कराए जाते हैं। विभाग के पास हजारों स्तरीय पाठ्य एवं संदर्भ पुस्तकों और शोध पत्रिकाओं से भंडारित एक पुस्तकालय भी है। विद्यार्थियों को यूजीसी इनफ्लिबनेट के इन्फोनेट कार्यक्रम के माध्यम से अनेक पत्रिकाओं तक पहुंच प्रदान की जा रही है।
कुवि के लोक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार गणित विभाग के पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन दाखिले की प्रक्रिया 17 अगस्त से शुरू हो चुकी है तथा विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। लोक सम्पर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि गणित जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थी एमएससी गणित की 150 सीटों में दाखिले के लिए 17 अगस्त से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार विद्यार्थियों की दाखिला सम्बंधी जानकारी के लिए ऑनलाइन हेल्पडेस्क भी गठित किया गया है। डॉ. दीपक राय बब्बर ने ये भी बताया की संबंधित विषयों के पीएचडी दाखिले भी 17 अगस्त से शुरू हो चुके हंै। गणित स्नातकोत्तर में दाखिले के लिए फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 16 सितंबर होगी। ऑनलाईन एडमिशन से सम्बन्धित जानकारी के लिए विद्यार्थी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की वेबसाईट से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।