फारबिसगंज की संस्था मारवाड़ी युवा मंच, एक पहल, ॐ शांति केंद्र एवं अग्रवाल महिला मंच के द्वारा इस वर्ष राखी का त्योहार समाज के उत्थान के लिए पदस्थापित सभी वरीय पदाधिकारियों व सहयोगियों एवं भारत नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के जवानों के साथ मनाया।
फारबिसगंज से मो माजिद
एक ओर जहाँ समाज के सभी भाई बहन रक्षाबंधन का त्योहार काफी हर्षोल्लाषपूर्वक मानते नजर आये वहीँ दूसरी ओर फारबिसगंज में कार्यरत कुछ सामाजिक संस्थाओं के द्वारा पूर्व की भांति अनूठी पहल करते हुए रक्षाबंधन पर्व को भी ऐतिहासिक तौर पर मानाने का काम किया । फारबिसगंज की संस्था मारवाड़ी युवा मंच, एक पहल, ॐ शांति केंद्र एवं अग्रवाल महिला मंच के द्वारा इस वर्ष राखी का त्योहार समाज के उत्थान के लिए पदस्थापित सभी वरीय पदाधिकारियों व सहयोगियों एवं भारत नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के जवानों के साथ मनाया। संस्था द्वारा का फारबिसगंज अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार अलबेला, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रामपुकार सिंह, फारबिसगंज थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेन्दु, एसएसबी के 2ic एम के एस मुंडा, डिप्टी कमांडेंट राजीव रंजन, कस्तूरी लाल, सहायक कमांडेंट एम सरकार, इंस्पेक्टर मंतोष कुमार, संदीप कुमार, शिव कुमार यादव, गौरव कुमार व अन्य सभी जवान व सहयोगियों के साथ राखी पर्व हर्षोल्लाष पूर्वक मनाया। राखी बाँधने क्रम में अनुमंडल पदाधिकारी श्री अलबेला ने सभी बहनों का स्वागत करते हुए कहा कि आज से मेरे कन्धों पर और भी जिम्मेदारियां बढ़ गयी है। जब भी किसी भी बहन व भाई को मेरी जरुरत होगी, मैं पूरी प्रशासनिक टीम के साथ उनकी मदद करने के लिए अग्रसर रहूँगा। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा कुछ किसी अनुमंडल में होते हुए देखा हूँ और काफी अच्छा भी लग रहा है कि समाज के बहने आज मेरी भी बहन हो गई। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री सिंह ने कहा कि ऐसे भावुक पल काफी कम आते है हमारी जिंदगी में। आज सभी बहनों ने मेरी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर मुझे समाज में अपने होने का एहसास कराया है। थानाध्यक्ष श्री यादवेन्दु ने अपने भावुक सम्बोधन में कहा कि कुछ ऐसी ही शक्तियां हैं जो हमें समाजहित में काम करने के लिए शक्ति व प्रेरणा प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि समाज सभी के सहयोग से चलता है और अगर सहयोग के साथ साथ बहनों का प्यार भी हमें मिलने लग जाए तो सोने पर सुहागा वाली बात हो जाती है । श्री मुंडा ने अपने गंभीर सम्बोधन में कहा कि टीम इण्डिया का एक पार्ट है सैनिक और हम सभी बहनों के प्यार से अपनी जिम्मेदारियों को पूर्ण रूप से निर्वहन करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीमा पर तैनात रहना हमारी कर्तव्य है और साथ ही आज सभी बहनों के द्वारा जो प्यार हमें दिया गया उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
ॐ शांति केंद्र की संचालिका बीके रुक्मा दीदी ने अपने सारगर्भित सम्बोधन में जवानों व सभी को रक्षाबंधन के आध्यात्मिक रहस्य से अवगत कराया एवं माथे पर तिलक लगाने व कलाई पर राखी बांधे के पीछे का उद्देश्य भी लोगों के साथ साझा किया। मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष व एक पहल के संस्थापक ई आयुष अग्रवाल ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ साथ एसएसबी के जवानो को सम्बोधित करते हुए कहा कि “गजब का जूनून रखते है फौजी भाई, बटुए में परिवार व दिल में हिन्दुस्तान रखते हैं’। श्री अग्रवाल ने कहा कि सीमा पर तैनात जवान भाई आज अपने घर से दूर जरूर हैं परन्तु सभी भाई को अपनी बहन की याद जरूर आती है और खासकर जब कोई भाई सीमा पर तैनात हो तो कोई भी बहन अपने भाई के बारे में सिर्फ एक ही दुआ मांग सकती वह है उसकी सुरक्षा की। हमारी सुरक्षा के लिए जवान भाई सीमा पर तैनात रहते हैं तो कम से कम एक दिन तो हम ईश्वर से उनकी सुरक्षा के लिए दुआ कर सकते हैं। प्रशासनिक अधिकारी चाहे दिन हो या रात, धुप हो या बरसात, अपनी जिम्मेदारियों के प्रति दृढसंकल्पित होकर कार्य करते हैं और उनके लिए जितनी भी तारीफ़ की जाए वह कम है ।
पदाधिकारियों व जवानों के अलावे इस मौके पर ॐ शांति केंद्र से बीके सीता दीदी, बीके शांति दीदी, बीके फूलकुमारी दीदी, डॉक्टर उमेश मंडल, कमल कुमार डालमिया, मदन मोहन कनोजिया, बीके मनोज भाई, बीके सिंपल सर, एक पहल के संरक्षक अजातशत्रु अग्रवाल, अग्रवाल महासभा के अध्यक्ष जयकुमार अग्रवाल, मारवाड़ी युवा मंच व एक पहल के तरफ से श्रेया अग्रवाल, प्रिया देव, श्रेया बियानी, रक्षा अग्रवाल, रक्षा अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, जागरण कल्याण भारती के अध्यक्ष संजय शर्मा, अग्रवाल महिला मंच की अध्यक्ष सुलोचना धनावत, सरोज अग्रवाल, उर्मिला जैन व अन्य मौजूद थे।