अररिया नगर परिषद टैक्स लेने में आगे सुविधा देने में पीछे क्यों?
अररिया नगर परिषद में सौंदर्यीकरण के नाम पर करती है पैसे का बंदरबांट।
अररिया संवाददाता
अररिया।स्वच्छता अभियान प्रधानमंत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके लिए हर नागरिक को भी जागरूक होने की जरूरत है. ऐसे में यदि कहीं गंदगी का अंबार लगा हो तो यह आप नप से शिकायत कर सकते है,जिला प्रशासन के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं। लेकिन यदि गन्दगी का अंबार जिला प्रशासन के नाक के नीचे हो तो फिर शिकायत कहां और किससे कीजियेगा? जी हां यह सत्य है और कहीं और नही बल्कि जिला मुख्यालय और व्यवहार न्यायालय के पीछे की स्थिति बता रहा हूँ. गौरतलब है की अररिया नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 23 में मुख्यमंत्री नाली गली योजना अंतर्गत सुभाष चौक से मजिस्ट्रेट कॉलोनी होते हुए फुसनी चौक तक आर सी सी नाला निर्माण कार्य प्रक्कलित राशि10 लाख 43 सौ छिहत़तर रू़पये से नाले का निर्माण कराया गया है, जो वर्तमान समय तक में ही ओझल हो गया है. यदि यह रास्ते से आप गुजर गये तो फिर आप यह मानेंगे की इससे अधिक गन्दगी दुर्गंध शहर के किसी दूसरे जगह नही है.सोचनीय बात यह है की जहां डीएम एसपी,एसडीएम सहित जिला के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहते हैं , जहां न्यायालय का जज कार्य करते हैं तथा न्यायाधीश का निवास स्थान है। वहां की स्थिति जब ऐसी हो तो फिर अन्य जगहों के बारे में कुछ बोलना ही मजाकिया सा प्रतीत होता है. इस मामले के लेकर बिहार विकास युवा मोर्चा के अध्यक्ष सह आरटीआई एक्टिविस्ट प्रसेनजीत कृष्ण ने कहा की न्यायालय कैम्पस के बगल में इतनी गन्दी का होना यह दर्शा रहा है की नप के अधिकारी बेपरवाह लापरवाह है. प्रसेनजीत कृष्ण ने कहा इसका एक अर्थ यह भी निकाला जा सकता है कि अब पदाधिकारीयों को कार्यवाही होने का भाय नही है यही वजह है की जिला प्रशासन और माननीय न्यायालय के सामने कचड़े का अंबार लगा हुआ है और दुर्गंध फैल रहा है.हमारी मांग और आग्रह है कि व्यवहार न्यायालय अररिया के माननीय न्यायाधीश इसपर स्वतः संज्ञान लेते हुये जिला प्रशासन और नप प्रशासन पर दंडनात्मक कार्यवाही करने सहित इसका त्वरित निदान करवाने का आदेश दें। ताकि सभी को दुर्गंध से राहत मिल सके।