स्वस्थ शरीर ही स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण करता है,,,,, डॉ अभय कुमार
अररिया संवाददाता
अररिया।नेशनल न्यूट्रीशन वीक हर साल एक सितंबर से 7 सितंबर तक मनाया जाता है। अमेरिकन डायटेटिक एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा मार्च 1973 में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की शुरुआत की गई थी। इस सप्ताह का उद्देश्य लोगों को पोषण का महत्व समझाना और पोषण विशेषज्ञों और उनके पेशे को बढ़ावा देना है।
केवल एक स्वस्थ शरीर ही एक स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण करता है। इसलिए लोगों को पोषण के महत्व के बारे में शिक्षित करना आवश्यक और महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का उत्सव हर साल एक थीम पर आधारित होता है, और राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2021 का विषय फीडिंग स्मार्ट राइट फ्रॉम स्टार्ट ” है, जो खुद को फिट और स्वस्थ रखने के लिए सही तरह के भोजन का सेवन करने पर केंद्रित है।
प्रत्येक व्यक्ति को सही और संतुलित आहार मिलना बेहद आवश्यक है, सबसे ज्यादा पोषक तत्वों की कमी का बुरा असर बच्चों के स्वास्थ और विकास पर पड़ता है, सही आहार न मिलने पर वे कुपोषण का शिकार हो सकते हैं। बच्चों के मानसिक और शरीरिक विकास के लिए उनके खाने में कुछ पोषक तत्वों का होना बहुत जरुरी होता है। इस बाबत शहर के जाने माने फीजिशियन व आईएमए के कोषाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी डॉ अभय कुमार बताते हैं कि बच्चों के आहार में कैल्शियम युक्त चीजें जरुर शामिल करनी चाहिए, क्योंकि इससे बच्चों की हड्डियां मजबूत होती हैं। बच्चों का शारीरिक विकास कैल्शियम पर बहुत हद तक निर्भर करता है। कैल्शियम की कमी से बच्चों की लंबाई रुक सकती है, उनके दांतो पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए बढ़ती उम्र में बच्चों की डाइट में कैल्शियम युक्त खाद्यपदार्थ जैसे दूध, पनीर और अन्य डेयरी प्रोडक्ट शामिल करने चाहिए। इसके अलावा बच्चों के खाने में ब्रोकली और पालक भी जरुर शामिल करें। बड़ो के साथ बच्चों के खाने में भी एक सही मात्रा में फाइबर होना आवश्यक है। आज के समय में बच्चों में भी मोटापा एक बड़ी समस्या होता जा रहा है। फाइबर मोटापे से बचाने का काम करता है। बच्चों की डाइट में ओट्स, ब्रोकली, सेब, नाशपाती और नट्स आदि शामिल कर सकते हैं। डॉ अभय कुमार आगे बताते हैं कि
आयरन शरीर में रेड बल्ड सेल्स बढ़ाने में मदद करता है, जो घाव को जल्दी भरने और शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने में सहायता करते हैं। आयरन त्वचा के लिए भी बहुत जरुरी होता है। बच्चे ठीक से खाना नहीं खाते हैं, आयरन युक्त चीजें उनकी भूख बढ़ाती हैं, जिससे वे एक सही डाइट ले पाते हैं। शरीर में आयरन के लिए बच्चों के खाने में बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, चुकंदर, साबुत अनाज और नट्स आदि शामिल करें। वहीं
विटामिन सी भी शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। विटामिन सी से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। बच्चों के खाने में विटामिन सी के लिए आप खट्टे फल आंवला, संतरा आदि शामिल कर सकते हैं । डॉ अभय कुमार ने बताया कि
विटामिन डी हड्डियों, दांतों के निर्माण और उनकी मजबूती के लिए बहुत आवश्यक होता है। विटामिन डी से प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। सूरज की किरणें इसके लिए सबसे अच्छा प्राकृतिक स्तोत्र मानी गई हैं। लेकिन विटामिन डी के लिए आपको बच्चों के खाने में साबुत अनाज, अंडा, मांस मछली आदि शामिल करना चाहिए।
बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं। स्वस्थ भारत की कल्पना तभी संभव है जब हमारे बच्चे स्वस्थ हों जिसे संतुलित आहार से हद तक पूरा कर सकते है।
अररिया फोटो नंबर वन डॉ अभय कुमार