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काॅलेज प्रबंधक समिति के प्रधान पवन गर्ग ने सभी शिक्षकवृन्द को शिक्षक दिवस की शुभकामनायें दी।
गुरू और ईश्वर के समस्थान में गुरू को प्रथम स्थान दिया गया है।
जागरूक एवं प्रबुद्धजन लें पर्यावरण संरक्षण का संकल्प : पवन गर्ग।
लाडवा 4 सितम्बर :- इन्दिरा गाँधी नेशनल काॅलेज, लाडवा, कुरूक्षेत्र के पर्यावरण जागरूकता प्रकोष्ठ एवं इतिहास विभाग द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर काॅलेज प्रांगण में पौधारोपण किया गया। पौधारोपण के कार्यक्रम में मुख्यातिथि काॅलेज प्रबंधकसमिति के प्रधान पवन गर्ग रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रबंधकसमिति के उप-प्रधान वेद प्रकाश सिंघल ने की। कार्यक्रम के संयोजक डाॅ. मोहन लाल रहे। विद्यार्थियों ने शिक्षकवृन्द को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी। मुख्यातिथि पवन गर्ग द्वारा चीकू का पौधा लगाया गया। कार्यक्रम में प्रबंधकसमिति के सदस्यों, शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा अर्जुन, गुल्लर, पलाश, नीम, जामुन तथा कदम्ब आदि फलदार व औषधीय पौधे लगाए गए।
मुख्यातिथि व काॅलेज प्रबंधकसमिति के प्रधान पवन गर्ग ने गुरू और ईश्वर के समस्थान में गुरू को प्रथम स्थान देते हुए कहा कि इस पावन अवसर पर सभी शिक्षकजन पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि हम अगर अपने चारों ओर देखें तो ईश्वर की बनाई इस अद्भूत पर्यावरण की सुंदरता देख कर मन प्रफुल्लित हो जाता है। पर्यावरण की गोद में अत्यंत सुंदर व अलौकिक फूल, लतायें, हरे-भरे वृक्षों पर प्यारे-प्यारे चहचहाते पक्षी आकर्षण का केन्द्रबिदु हैं। परंतु आज का मानव अपनी जिज्ञासा और नई-नई खोज की अभिलाषा में पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करते हुए इसे प्रदूषित करता जा रहा है। इसलिए पर्यावरण संरक्षण की तरफ कदम बढ़ाते हुए; सभी को एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए । पेड़ लगाने का मतलब यह नहीं कि आप सिर्फ कुछ विशेष तिथियों पर ही पेड़ लगाएं, आप किसी भी दिन पेड़ लगा सकते है और पौधे के बड़े होने तक उसकी देखभाल का जिम्मा भी लें।
काॅलेज प्राचार्य डाॅ. हरिप्रकाश शर्मा ने सभी षिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि गुरू को साक्षात् परब्रह्म कहा गया है । शिक्षक ही समाज को स्वस्थ दिषा एवं दशा देने वाले वास्तव के कर्णधार है। बच्चे का पहला गुरू उसकी माता होती है और स्कूल में प्रवेश के उपरांत शिक्षक उसके गुरू बनते है। एक पौधा लगाकर हम पर्यावरण संतुलन में अपना सहयोग दे सकते है।
पर्यावरण जागरूकता प्रकोष्ठ के संयोजक और इतिहास विभागाध्यक्ष डाॅ. मोहन लाल ने पर्यावरण संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि पर्यावरण ही जीवन है। पर्यावरण प्रदूषण एक अदृश्य दानव की भांति मनुष्य, समाज और जगत को निगल रहा है। यह एक विष्वव्यापी संकट है यदि इस पर समय रहते नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाली पीढ़ियाँ शुद्ध जल, वायु, भोजन और सुंदर व शांत वातावरण के लिए तरस जायेगा। प्रत्येक व्यक्ति के सकारात्मक कदम उठाने से पर्यावरण को बचाया जा सकता है।
मंच संचालक और रसायन विभागाध्यक्ष डाॅ. रवीश चैहान ने पर्यावरण संरक्षण हेतु प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग करने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
काॅलेज प्रबंधकसमिति के द्वारा काॅलेज स्टाफ और विद्यार्थियों को गिलोय और तुलसी का पौधा वितरित किया गया।
इस अवसर पर स. मनदीप सिंह तूर, कोषाध्यक्ष काॅलेज प्रबंधकसमिति, स. जितेन्द्र सिंह गिल, निदेशक हरियाणा बीज विकास निगम, रविन्द्र बंसल, नरेन्द्र सिंघल, काॅलेज के सभी शिक्षक व गैर-शिक्षक वर्ग तथा विद्यार्थीगण इत्यादि उपस्थित रहे।