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शिक्षक के ज्ञान से साधारण जन भी उत्कृष्ट एवं महान मनुष्य बन सकता है : डा. छिक्कारा।
वर्तमान समय में मानसिकता में सुधार करना चाहिए।
कुरुक्षेत्र, 4 सितम्बर :- जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष एवं श्री जयराम शिक्षण संस्थान के चेयरमैन ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के मार्गदर्शन में संचालित सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय लोहार माजरा के परिसर में शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि के तौर पर श्री कृष्णा आयुर्वेदिक कॉलेज कुरुक्षेत्र से सेवानिवृत विद्वान डा.विद्या व्रत छिक्कारा ने शिरकत की। उन्होंने गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय, बलिहारी गुरु आपने जिन गोविंद दियो मिलाय- यह कहते हुए कहा कि शिक्षक के पास अपार गुणवत्ता होती है। उसके पास वह ज्ञान है जिससे वह साधारण जन को उत्कृष्ट एवं महान मनुष्य बना सकता है। उन्होंने स्वस्थ रहने के विशेष गुर बताते हुए कहाकि स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है। हमें स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए, अच्छा खान पान होना चाहिए, अच्छा रहन-सहन होना चाहिए और सबसे बड़ी बात हमें अपनी मानसिकता में सुधार करना चाहिए। हमेशा खुश रहें तथा अच्छा खाएं क्योंकि जैसा तन वैसा मन। इसके अतिरिक्त उन्होंने वात, पित्त, कफ इत्यादि से संबंधित बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए रोकथाम के उपाय बताए। डा. छिक्कारा ने स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि आज स्वास्थ्य के प्रति हम सभी अत्यंत जागरूक हैं। यही जागरूकता हम सबको समाज में फैलानी चाहिए और समाज को अच्छे स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना चाहिए। आज हम सब कोविड-19 की महामारी से जूझ रहे हैं और इससे बाहर निकलने के लिए संघर्षरत हैं। सरकार भी प्रयासरत है कि किसी तरह इस वैश्विक महामारी के शिकंजे से बाहर निकला जाए लेकिन इसके लिए हम सबको जागरूक होने की आवश्यकता है। इस अवसर पर प्राचार्य डा. सुदेश रावल ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से साधारण क्षण भी महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने मुख्यातिथि डा. विद्या व्रत का धन्यवाद करते हुए कहा कि शिक्षक दिवस हमें उन महान शिक्षाविद डा. राधाकृष्णन की याद दिलाता है, जिन्होंने शिक्षा के लिए अथक प्रयास किए।
मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए प्राचार्य डा. सुदेश रावल।