उप चिकित्साधिकारी ने सीएचसी का औचक निरीक्षण किया
भाजपा नेता ने वैक्सीन को सीएचसी के बाहर लगाए जाने और सपा नेता ने स्वीपर द्वारा दुर्व्यवहार की शिकायत की
मेहनगर आजमगढ़ सीएचसी पर व्याप्त भ्रष्टाचार और लापरवाही को लेकर आज उप मुख्य चिकित्साधिकारी आजमगढ़ संजय गुप्ता ने केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। मौके पर वार्ड व्याय सुनील राय के अनुपस्थित पाए जाने पर उनका एक दिन का वेतन अवरूद्ध दिए जाने का आदेश सीएचसी प्रभारी को देते हुए जांच का आदेश दिया। वैक्सीन के कोटे का निरीक्षण किया गया, उसे सही पाया गया। सीएचसी के बाहर गंदगी को देखकर सीएमओ ने नाराजगी जाहिर की, और भविष्य में ऐसा न किए जाने का निर्देश दिया।
भाजपा नेता पूर्व जिला मंत्री अरविंद सिंह ने सीएमओ से शिकायत करते हुए कहा कि सीएचसी के सामने एक मेडिकल स्टोर से लगभग 250 वैक्सीन लगाई गयी, शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्यवाई नहीं की गई। उन्होनें सीएचसी पर व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर करने और व्यवस्था को व्यवस्थित करने की मांग की। उनके साथ भाजपा के राजेश सिंह, सुधीर राय, त्रिलोकी सिंह आदि लोग मौजूद थे।
पत्रकारों द्वारा मेहनगर सीएचसी पर वैक्सीनेशन के बाद एक व्यक्ति की मौत के कारण के सम्बन्ध में प्रश्न पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उसकी मौत हृदय गति रूकने से हुई है। सीएचसी द्वारा लापरवाही के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए एक जांच समिति बनाई जा रही है, जो निष्पक्ष रूप से जांच करेगी। उल्लेखनीय है कि सपा के वरिष्ठ दलित नेता दीपचंद विशारद ने इस घटना की सूचना सीएमओ को देते हुए पारदर्शिता पूर्ण जांच का अनुरोध किया था। श्री विशारद ने उक्त मौत को सीएचसी प्रशासन की लापरवाही बताते हुए कहा कि रामपति राम का टीकाकरण सीएचसी के एक सफाईकर्मी द्वारा की गई थी। दूसरे, टीकाकरण के बाद मृतक को बेचैनी महसूस होने पर उसका इलाज नहीं किया गया। खराब स्थिति होने के बावजूद भी मृतक को स्वीपर ने सीएचसी से भगा दिया था। यदि समय रहते उसका उपचार हो जाता तो जान बच सकती थी।
सपा नेता हरेन्द्र यादव और गौरा ग्राम के दर्जनों ग्रामीणों ने सीएचसी मेहनगर पर 15 वर्षों से तैनात एक स्वीपर द्वारा मरीजों के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार से खिन्न होकर उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाई की मांग की। उन्होनें इस बात की लिखित शिकायत सीएमओ से किया। उनके साथ संदीप मौर्य, राजेश सिंह, रवि कुमार, सत्य प्रकाश सिंह ‘हलचल’, दिवाकर राम, लालजीत यादव, कन्हैया प्रजापति, शिवचन्द प्रजापति, रविन्द्र कुमार आदि प्रमुख लोग थे।