मां शाकंभरी देवी की पूजा से नहीं रहती अन्न, धन की कमी : अशोक शर्मा बाली।
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मां शाकंभरी देवी सेवक मंडल द्वारा मां शाकंभरी जयंती धूमधाम से सम्पन्न।
कुरुक्षेत्र, 28 जनवरी :-
मां शाकंभरी देवी सेवक मंडल द्वारा नरकातारी रोड स्थित मां शाकंभरी देवी मंदिर में वीरवार को शाकंभरी जयंती उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर अमृत आयुर्वेद विशिष्ट वैद्य परीक्षण समिति द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम मंदिर से जुड़े श्रद्धालुओं ने अपनी कुलदेवी मां शाकंभरी देवी, मां शताक्षी देवी, मां भ्रांबरी देवी, मां भीमा देवी और भूरा देव की मूर्तियों को शाक-सब्जियों और फलों की मालाओं से सजा कर शृंगार किया। तत्पश्चात आचार्य पं. अजय मिश्र एवं आशुतोष मिश्र द्वारा हवन करवाया गया जबकि मंदिर के पुजारी पंडित रमेश चंद्र बृजवासी ने श्रद्धालुओं को मां शाकंभरी महात्म्य सुनाया। कार्यक्रम में गायकों द्वारा मधुर भजन सुनाकर समां बांधा। मंडल के अध्यक्ष अशोक शर्मा बाली एवं सचिव चन्द्रमौली गौड़ ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में शिवालिक पर्वत माला की तलहटी में मां शांकभरी देवी का सिद्ध दरबार स्थापित है, जहां दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच कर मां के दर्शन करते हैं। मां शांकभरी देवी भवन से पूर्व भक्तों को भूरा देव के दर्शन करने होते है। कहा जाता है कि भूरा देव के दर्शनों के बिना मां शाकंभरी देवी यात्रा अपूर्ण मानी जाती है। अशोक शर्मा बाली ने मां शांकभरी देवी का वर्णन बताते हुए कहा कि शास्त्रों के अनुसार कालांतर में जब पृथ्वी पर चारों ओर अकाल पड़ गया तो अनाज की भारी कमी हो गई। ब्रह्मा जी के मार्ग दर्शन में देवताओं और ऋषि-मुनियों ने मां जगदम्बा की स्तुती की। जिस पर मां जगदम्बा ने शांकभरी देवी का अवतार लिया और उनकी कृपा से समूची पृथ्वी से राक्षसों का माया जाल हट गया एवं मां शाकंभरी ने अपने शरीर से शाक सब्जियां उत्पन्न करके लोगों की क्षुधा शांत की। तब से मां शांकभरी की पूजा होने लगी। इनकी पूजा से मनुष्य के सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं और अन्न की कभी कोई कमी नहीं रहती। प्रवचनों के पश्चात विशाल भंडारे में लोगों ने सेवा करके प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर मंदिर के संचालक रामपाल सैनी, जिला पूर्व आयुर्वेद अधिकारी डा. बलवंत मेहला, महाकाल सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेश मौदगिल, पार्षद श्रीमती प्रवीन शर्मा, पूर्व पार्षद शमशेर कश्यप, राजेश शर्मा, गुलशन कुमार दहिया, जगदीश चंद धीमान, अशोक जैन, विश्वास, रमन बंसल, अंकुश शर्मा, कुनाल शर्मा, नरेश गोयल, वरुण शर्मा, संजीव पुनियानी, कपिल शर्मा अमीन, संजीव तेजा, देवांश, सुभाष, केहर सिंह, मुकेश चौधरी, पवन शर्मा, कुमार सागर, अनिता बाली, शशि धीमान, भगवती, दयावंती, रेखा, कांता, उर्वशी बाली, श्वेता शर्मा, इन्दु गोयल, शांति देवी, ज्योति शर्मा, कौशल्य, रजनी, पिंकी, माम कौर, सरोज, जोगिन्द्रो और भावना सहित अन्य शामिल रहे।
शाक-सब्जियों से सुसज्जित मां शांकभरी देवी दरबार।
मां शांकभरी देवी मंदिर में भजन-कीर्तन करते श्रद्धालु।