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समाज एवं राष्ट्र को राक्षसों से मुक्त करने के लिए भगवान श्रीराम ने समाज के समक्ष त्याग, समर्पण एवं मर्यादा का उदाहरण प्रस्तुत किया : डा. हिम्मत सिंह।
कुरुक्षेत्र, 15 सितम्बर :- प्रेरणा वृद्धाश्रम में राष्ट्रीय कवि संगम कुरुक्षेत्र इकाई के द्वारा जिला स्तरीय श्री राम काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ कार्यक्रम अध्यक्ष डा. हिम्मत सिंह सिन्हा, मुख्य अतिथि डा. सूची संगीत विभागाध्यक्ष कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथि सार्थक साहित्य मंच के संरक्षक रतन चंद सरदाना, सारस्वत अतिथि डा. विजय दत्त शर्मा पूर्व निदेशक हरियाणा ग्रंथ अकादमी, प्रेरणा संस्थापक अध्यक्ष जय भगवान सिंगला, निर्णायक डा. बलवान सिंह, मीरा गौतम, स्वाति एवं राष्ट्रीय कवि संगम के उपाध्यक्षा राधा अग्रवाल, महामंत्री डा. केवल कृष्ण एवं मंत्री विरेंद्र राठौर ने दीप प्रज्वलन कर किया। इससे पूर्व सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों ने मां भगवती के चरणो में वंदना की और शहीदी स्मारक पर पुष्पार्चन किया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों से वरिष्ठ और कनिष्ठ वर्ग में प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस अवसर पर जय भगवान सिंगला ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि डा. सूची ने कहा कि श्री राम काव्य प्रतियोगिता से निश्चित ही बच्चे श्रीराम के जीवन के बारे में जानेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कवि संगम का यह प्रयास सराहनीय है। इस अवसर पर डा. हिम्मत सिंह सिन्हा ने अपनी अध्यक्षीय टिप्पणी में कहा कि समाज एवं राष्ट्र को राक्षसों से मुक्त करने के लिए भगवान श्रीराम ने समाज के समक्ष त्याग, समर्पण एवं मर्यादा का उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि श्री राम ने जात पात के भेदभाव को समाप्त करने का काम किया और अपनी धर्म और संस्कृति की रक्षा की खातिर प्रत्येक कदम पर एक अनन्य उदाहरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डा. विजय दत्त शर्मा ने कहा कि वर्तमान में भारत देश अमृत महोत्सव के माध्यम से हमें आजादी दिलाने वाले देशभक्तों एवं महापुरुषों को स्मरण कर रहा है। इस अवसर पर जय भगवान सिंगला ने अपनी कविता पढ़ते हुए कहा कि राम नाम जो भजे हृदय से, लगता सबको प्यारा है, सारी दुनिया को बतला दो, यह हिंदुस्तान हमारा है। एसएमबी गीता स्कूल से हितेश ने अपनी कविता पढ़ी -जन गण मन अधिनायक तुम हो राम सदा निर्णय तुम हो…. सोनिया शर्मा की कविता के बोल- बोलो, कहाँ तक टिक सकोगे ? यदि राम सा संघर्ष हो..। सीमा रानी की कविता की पंक्तियां इस प्रकार रही- ‘सह ली कितनी यातना,पर कर्तव्य सर्वोपरि रखा,गीता निकेतन आवासीय विद्यालय के प्रणव ने अपनी कविता प्रस्तुत की जिसके बोल थे त्याग,शील, संकल्प को, जिस तरह जीवित रखा.. बोलो, कहाँ तक टिक सकोगे ?
यदि राम सा संघर्ष हो.. इस अवसर पर डा . बलवान सिंह ने विजेताओं के नाम घोषित करते हुए बताया कि वरिष्ठ वर्ग में सोनिया शर्मा ने प्रथम स्थान एवं विद्यार्थी वर्ग में प्रणव ने प्रथम स्थान, शिवम ने द्वितीय स्थान, सिमरन ने तृतीय स्थान एवं स्नेहा और सचिन ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। अतिथियों के द्वारा विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इस अवसर पर जय भगवान सिंगला ने बताया कि राष्ट्रीय कवि संगम के तत्वावधान में प्रत्येक जिले में यह प्रतियोगिताएं चल रही हैं। इसमें जो विजेता प्रतिभागी रहे हैं वे राज्य स्तर पर भाग लेंगे और राज्य स्तर पर जो विजेता रहेंगे, वे राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेंगे और उसमें पुरस्कार पाने वाले विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल के मार्गदर्शन में कुरुक्षेत्र की कार्यकारिणी भी गठित की गई। जिसमें जय भगवान सिंगला एवं डा. विजय दत्त शर्मा को संरक्षक, डा. चितरंजन दयाल सिंह कौशल को अध्यक्ष, राधा अग्रवाल को उपाध्यक्ष, डा. केवल कृष्ण को महामंत्री, डा. ममता सूद को कोषाध्यक्ष एवं वीरेंद्र राठौर को मंत्री बनाया गया। यह जिला कार्यकारिणी कुरुक्षेत्र में नवोदित कवियों को मंच प्रदान करेगी। इस अवसर पर कवि विकास, कविता रोहिल्ला, अंशुल शर्मा, सचिन, अक्षित, हितेश, सौरभ, स्नेहा, अंजू, निर्मल गुप्ता, सीमा रानी, रविंद्र कुमार व जितेन आदि उपस्थित रहे।
मंच पर मौजूद अतिथिगण एवं प्रस्तुति देते हुए छात्रा। कार्यक्रम में उपस्थिति एवं विजेताओं को पुरस्कार देते हुए अतिथिगण। शहीदी स्मारक पर श्रद्धा पुष्प अर्पित करते हुए अतिथि व अन्य।