उपन्यासकार शरतचंद्र की जयंती मनी
फारबिसगंज से मो माजिद
फारबिसगंज (अररिया)
फारबिसगंज प्रखंड के तिरसकुण्ड पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय आदिवासी टोला मधुरा में महान अभियंता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती और महान उपन्यासकार शरतचंद्र की जयंती पर उन्हें विद्यालय परिवार के द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय प्रधान कुमार राजीव रंजन ने की। वहीं कार्यक्रम का संचालन सहायक शिक्षक रिंकू कुमार पासवान के द्वारा किया गया। मौके पर जिला से आये मुख्य अतिथि सुबोध कुमार और श्रषिकेश जी का भव्य स्वागत विद्यालय परिवार के द्वारा किया गया। इस मौके पर विद्यालय प्रधान ने कहा कि मौक्षगुंडम विश्व सुरैया जी का जन्म 15 सितम्ब 1860 को कर्नाटक में हुआ था। भारतरत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया एक प्रख्यात इंजीनियर और राजनेता थे। उन्होंने कर्नाटक को एक विकसित एवं श्रमिकशाली क्षेत्र बनाने में अभूतपूर्व योगदान दिया था। भारत के निर्माण में उनके योगदान को देखते हुए उनके जन्मदिवस 15 सितंबर को अभियंता दिवस के रूप में मनाया जाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने अशिक्षा, गरीबी, बेरोजगारी, बीमारी आदि समस्याओं से निपटने के लिए इकोनॉमिक कांफ्रेंस के गठन का सुझाव दिया। उनके कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। अतिथि के रूप में आए सुबोध कुमार को भूदाता अंबिकानंद ठाकुर और मारवाड़ी मुर्मू ने संयुक्त रुप से उन्हें शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। सुबोध कुमार ने कहा कि भारतरत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया एक महान इंजीनियरों में से एक थे। उन्होंने ही आधुनिक भारत की रचना की और देश को एक नया रूप दिया। देशभर में बने कई नदियों के बांध और पूल को कामयाब बनाने के पीछे विश्वश्वरैया का बहुत बड़ा हाथ है।