अमौर: प्रखंड मे धूमधाम से मनाया गया विश्वकर्मा पूजा।
अमौर संवादाता प्रफुल्ल कुमार
अमौर : प्रखंड क्षेत्र के रमणी गांव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 17 सितम्बर शुक्रवार को प्रखंड मे धूमधाम से भगवान विश्वकर्मा जी की पुजा व अर्चना किया गया।इस मौके पर प्रखंड के बिधुत सबस्टेशन,लोहे की दूकानो,दरबाजे व फर्निचर की दूकाने,टायर व हवा की दूकाने,बडे बडे अाटा चक्की व धान सहित आरा मशीन की दूकान,तेल की फैक्ट्रीयो,पेट्रोल व डिजल पम्प ,लोहे की सामग्री वाली दूकानो सहित दो पहिया,चारपहिया,बडे वाहनो व छोटे वाहनो को साफ सफाई व धुलाई कर स्वामित्वो के द्वारा सजाया गया।तथा बडे ही आंतरिक मन से भगवान विश्वकर्मा की पाठ कर पुजा अर्चना पंडितो के मंत्रोच्चारण से किया गया।इसके बाद स्वामित्वो के द्वारा प्रसाद वितरण भी किया गया।इसके आलावे बडे बडे लोहे की दूकानो व उपकरणो वालो स्थानो पर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर धूमधाम से पुजा अर्चना किया गया।
इस मौके पर कही कही सांसकृतिक कार्यक्रम भी कराया जाता है।लेकिन इस बार कोरोना महाबिमारी को लेकर सांसकृतिक कार्यक्रम मनाने की सूचना अभी तक नही मिली है।इस मौके पर कई वक्ताओ ने भगवान विश्वकर्मा के बारे मे बताया कि सर्व प्रथम सोने की लंका विश्वकर्मा भगवान ने इन्द्रदेव भगवान के आज्ञा पर बनाई थी।भगवान ने देवताओ के लिए अस्त्र व वस्त्र सहित कई महल बनाये।इस कारण विश्वकर्मा को भगवान कहा जाता है।विशेषज्ञो के अनुसार विश्वकर्मा की पुजा इस लिए की जाती है,उन्हे पहला वस्तुकार माना जाता था।मान्यता है कि हर साल अगर आप घर मे रखे हुए लोहे और मशीनो की पूजा करते हैं तो वे जल्दी खराब नही होते हैं।