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मंडल कार्यालय, फिरोजपुर में श्री जय शंकर प्रसाद जी की जयंती का ऑनलाइन आयोजन किया गया 29.01.2021 फिरोजपुर (कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता):
इस कार्यक्रम का शुभारम्भ मंडल रेल प्रबंधक श्री राजेश अग्रवाल, अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री भूपेंद्र प्रताप सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री बलबीर सिंह तथा राजभाषा अधिकारी श्री बिजेंद्र कुमार ने दीप प्रज्वलित करके तथा उनको श्रद्धा-सुमन अर्पित करके किया |
मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि श्री जय शंकर प्रसाद हिंदी साहित्य जगत के एक अत्यंत महत्वपूर्ण छायावादी साहित्यकार थे । घर के वातावरण के कारण साहित्य और कला के प्रति उनमें आरम्भ से ही रूचि थी | वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे | उन्होंने कई उपन्यास, कहानियां, नाटक और निबंध लिखे हैं | उनकी सबसे प्रसिद्ध रचना कामायनी है। उनकी प्रमुख रचनाओं में कंकाल, आंसू, लहर, तितली, इरावदी, अजातशत्रु आदि शामिल हैं | मंडल रेल प्रबंधक ने मंडल में कार्यरत सभी रेलकर्मियों और अधिकारियों की सृजनात्मक प्रतिभा संवारने के लिए इस तरह के आयोजनों को प्रति माह करते रहने का आह्वाहन किया | मंडल में गठित 12 हिंदी समितियां इन आयोजनों का सफलतापूर्वक संचालन करें | उन्होंने इन आयोजनों में स्वरचित रचनाओं को बढ़ावा देने और नए लोगों को जोड़ने पर बल दिया | उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में कुछ ना कुछ अलग तरह की प्रतिभा होती है, उन्हें अपनी प्रतिभा को संवारने और निखारने का मौका मिलना चाहिए | इसके लिए सरकार भी ऐसे आयोजनों को बढ़ावा देती है |
इस अवसर पर अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी ने श्री जय शंकर प्रसाद जी के जीवन तथा रचनाओं के बारे में विचार व्यक्त किया | राजभाषा अधिकारी श्री बिजेन्द्र कुमार ने भी श्री जय शंकर प्रसाद जी के जीवन पर प्रकाश डाला |
इस अवसर पर एक काव्य पाठ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें 16 रेलकर्मियों ने भाग लिया | इस काव्य पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को ₹2000, द्वितीय को ₹1500, तृतीय को ₹1000 तथा तीन सांत्वना पुरस्कार प्रत्येक को ₹500 प्रदान किए गए | इस कार्यक्रम का संचालन स्टेशन राजभाषा कार्यान्वयन समिति, लुधियाना द्वारा किया गया था |