एसिड काण्ड के आरोपियों को पकड़ने में नाकाम पुलिस
-सैकड़ों दबिशों और संदिग्धों से पूछताछ के बाद भी बेनतीजा
-घटना का कारण ही अबतक पता नही कर पाई पुलिस
-लचर पुलिसकर्मियों पर कब होगी कार्यवाही
कोंच/जालौन। युवती पर हुये एसिड अटैक की बारदात के बाद कोतवाली पुलिस के साथ जिले की दर्जनभर टीमें मामले के खुलासे के लिये लगाईं गई थी जिनके द्वारा बीते चार दिनों से लगातार दबिशों का दौर जारी है सैकड़ा भर संदिग्धों से पूछताछ के बाद आलम यह है कि पुलिस की एक भी टीम आरोपियों को पकड़ना तो दूर अभी तक एसिड अटैक के कारणों की जानकारी तक नही ले पाई है जिसके चलते ऐसा लग रहा है कि कहीं पुलिस अपनी खाल बचानें के चक्कर में निर्दोषों को बलि का बकरा न बना दे | क्योंकि चार दिन की भारी मेहनत के बाबजूद एवं हिरासत में लिये गये संदिग्धों जो कि अभी तक हिरासत में ही है घटना का मुख्य कारक ही नही जान पाई है वहीं निरंतर एसपी और एएसपी द्वारा केस की कोतवाली में बैठकर मॉनीटरिंग की जा रही है क्यों कि एसिड अटैक के बाद जागी पुलिस जहॉ आरोपियों को पकड़ने की जद्दोजहद में जुटी हुई है वहीं सामाजिक एवं राजनैतिक दलों द्वारा आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हेतू ज्ञापन देने का सिलसिला प्रतिदिन जारी है कुछ राजनैतिक दलों द्वारा तो आरोपियों की गिरफ्तारी न होने की दशा में आन्दोलन की चेतावनी तक दी है जिसके चलते पुलिस भारी दबाव में है और लाख कोशिशों के बाद भी नाकामयाब नजर आ रही है |
एसिड अटैक के बाद पुलिस की नजर एसिड बिक्रेताओं पर भी लगी हुई है नगर भर में जानकारी के आधार पर पूछतॉछ भी की गई लेकिन उनसे भी कोई सुराग पुलिस को नही मिल पाया है वहीं पुलिस सफेद अपाचे बाईकों के पीछे घूम रही है कई बाईकों को बिना नम्बर की है को कोतवाली में खड़ा करा दिया गया है कईयों को पूछतॉछ के बाद छोड़ दिया गया है | वहीं लचर कार्यशैली के पुलिस कर्मियों पर अबतक कोई कार्यवाही न होना भी आश्चर्यजनक है |
युवती का कानपुर ईलाज करायेंगे परिजन
कोंच। एसिड अटैक से जख्मी हुई युवती जिसका अभी मेडीकल कॉलेज में उपचार चल रहा है लेकिन परिजन अब युवती का ईलाज मेडीकल कॉलेज झॉसी की बजाय कानपुर के किसी निजी क्लीनिक में कराना चाहते है | उक्त जानकारी पीड़िता के भाई ने मीडीया कर्मियों से बातचीत के दौरान दी।
आखिर कहॉ गुम हो गये आरोपी—–
कोंच। युवती पर एसिड अटैक करने बाले दोनों आरोपी ऐसे गुम हुये कि उनका एक सुराग भी नही मिल पा रहा है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि आरोपियों ने लम्बे समय से घटना को अंजाम देने की तैयारी की थी वहीं स्थानीय स्तर पर भी उन्हें सहयोग मिला होगा जिसके चलते वह घटना को अंजाम दे बीच बाजार से होते हुये मुख्य मार्ग पर भी बड़ी बेफ्रिक्री से भागने में कामयाब हुये