वसूली करने गए तहसीलदार कोंच ने संभाला लट्ठ, चलाया लट्ठ, एक घायल।
न बताया कोई कागज न ही बताया कोई प्रकरण और बोले बैठ जाइए गाड़ी में।
पीड़ित ने बताया कि उसे कोई पैसा जमा नहीं करना था, स्टे ऑर्डर भी दिखाया उसने लेकिन तहसीलदार ने न कुछ सुना और लट्ठ चला दिया।
पीड़ित ने कहा हिटलरशाही रवैया अपनाए हैं तहसीलदार
मौके पर तहसीलदार ने यूपी 100 की गाड़ी व पुलिस बल भी बुला लिया था
सवाल यहां उठता है जब सुरक्षाकर्मी और पुलिस भी थी मौजूद तो क्यों खुद चलाया डंडा, आखिर क्या दिखाना चाहते हैं अपनी छवि के बारे में लोगों को तहसीलदार ?
तहसीलदार ने मीडिया से बात करते हुए उन्होंने नहीं चलाई लाठी, जबकि ग्रामीणों के द्वारा बनाये गए वीडियो व फ़ोटो में साफ दिख रहा है कि कैसे चल रहा है एक बड़ा लट्ठ, जो तहसीलदार के इस आरोप को खारिज कर रहा है कि उंन्होने नहीं चलाया लट्ठ
मामले को लेकर तहसील में आकर ही पीड़ित व उसके परिजन व सहयोगियों ने की तहसीलदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी।
पीड़ित ने बताया पुलिस में करेगा इसकी लिखित शिकायत
मामला बढ़ता देख बैक होना ही मुनासिब समझा तहसीलदार ने, ओर कहा कि अभी उन्हें इस प्रकरण का स्टे ऑर्डर मिला है उन्हें।
छोटे से कार्यकाल में विवादों से काफी अच्छा नाता जोड़े हैं तहसीलदार नरेंद्र कुमार।