हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुरुक्षेत्र, 29 सितम्बर :- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन शोध केन्द्र द्वारा देशभर में मनाए जा रहे पोषण माह के अंतर्गत बुधवार को दिल्ली वालों का डेरा क्षेत्र में महिलाओं में पोषण एवं मासिक चक्र के दौरान स्वच्छता विषय पर जागरूकता शिविर लगाया गया।
केन्द्र की शोध अधिकारी डॉ. वंदना दवे ने शिविर में शामिल ग्रामीण महिलाओं एवं बालिकाओं को जीवन की प्रत्येक अवस्था में पोषण के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि बालिकाओं का बाल्यावस्था से ही अच्छे स्वास्थ्य एवं संतुलित आहार का ध्यान रखना चाहिए ताकि किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक एवं हारमोनल परिवर्तनों के दौरान उनको किसी स्वास्थ्य संबंधित समस्या से न जूझना पड़े। किशोरावस्था में यदि उचित पोषण के अभाव में अनीमिया या अन्य आहार संबंधी कमी हो जाती है तो आगे के पुनरुत्पादन काल में महिला अनेक परेशानियां झेल सकती है। आज की परिवर्तित जीवन शैली भी अनेक बीमारियों को जन्म दे रही है, उनसे बचाव हेतु भी समुचित पोषण के महत्व को समझना आवश्यक है।
कार्यक्रम के दौरान किशोरियों एवं महिलाओं को मासिक चक्र के समय आवश्यक स्वच्छता के महत्व को भी समझाया गया क्योंकि स्वच्छता की कमी कई तरह की बीमारियों को जन्म देती है। ग्रामीण महिलाएं कई बार इन परेशानियों को दूसरों के साथ सांझा करने में शर्म महसूस करती हैं जिससे स्थिति बिगड़ सकती है। कार्यक्रम के दौरान आरती, अंजू आदि उपस्थित रहे।