अयोध्या:——-
बीकापुर: दुष्कर्म पीड़िता की मां ने मेडिकल ना कराने का पुलिस पर लगाया आरोप
▪️ युवती के साथ दुष्कर्म किए जाने के आरोप में आरोपियों के विरुद्ध दुष्कर्म का केस हुआ है दर्ज
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मनोज तिवारी ब्यूरो रिपोर्ट अयोध्या
बीकापुर /अयोध्या
============= हमारे बीकापुर संवाददाता के अनुसार कोतवाली पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर मंदबुद्धि युवती के साथ दुष्कर्म के आरोप में घटना के कई माह बाद आरोपी युवक के विरुद्ध धारा 376 एवं 506 दुष्कर्म करने तथा धमकी देने की धारा में केस दर्ज कर करके पीड़िता को मेडिकल के लिए बुधवार को सीएचसी बीकापुर भेजा गया। कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़ित मां का आरोप है कि उसकी 25 वर्षीय पुत्री कुछ मंदबुद्धि की है। 4 अप्रैल 2021 को दोपहर करीब 1:30 बजे पुत्री गांव के समीप जानवर चराने गई थी। इसी दौरान कोतवाली क्षेत्र के ही मजरूद्दीन पुर निवासी आरोपी राकेश यादव पुत्र जानकी यादव वहां पहुंचा। तथा उनकी पुत्री को बर्तन मांजने के बहाने बुलाकर अपने आटा चक्की पर ले गया। तथा दरवाजा बंद करके उसके पुत्री के साथ जबरन दुष्कर्म किया। तथा धमकी भी दिया किसी से बताओगी तो जान से मार देंगे। उसकी पुत्री जब घर पहुंची तो रो रो कर पूरी बात उनको बताया। घटना के दिन ही वह अपनी पुत्री को लेकर बीकापुर कोतवाली गई। वहां लिखित तहरीर दिया। लेकिन ना तो मेडिकल हुआ और ना ही रिपोर्ट दर्ज की गई। और ना ही आरोपी के विरुद्ध कोई कार्यवाही हुई। उसके बाद एसएसपी से भी शिकायत की गई। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पुत्री को साथ लेकर वह भागदौड़ करती रही लेकिन कोई सुनवाई ना होने पर बीकापुर पुलिस पर भी उदासीनता का आरोप लगाया है। और कहा है कि उनके द्वारा दिए गए शिकायती पत्रों पर कोतवाली पुलिस द्वारा प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। आखिर में न्यायालय की शरण लेना पड़ा।बुधवार को कोतवाली पुलिस द्वारा महिला आरक्षी के साथ पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए सीएचसी बीकापुर भेजा गया। पीड़िता के साथ उसकी मां भी मौजूद थी। ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक अलंकृता आर्यन सेेे बताया गया रिपोर्ट बना दो यह मेडिकल नहीं कराना चाहती। लेकिन पीड़ित युवती की मां द्वारा पुत्री का आंतरिक मेडिकल परीक्षण कराने केे लिए कहा जाने लगा। लेकिन बुधवार को समय वितरित हो जाने के चलते मेडिकल परीक्षण नहीं हो पाया।
महिला चिकित्सक ने बताया कि पीड़िता मंद बुद्धि की बताई जा रही है। जिसके चलते आंतरिक मेडिकल परीक्षण किया जाना जरूरी है। उनके द्वारा डिफ्यूजर नहीं लिखा जा सकता।