हरियाणा संपादक, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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असाध्य रोगों महामारी के निवारण में अहम भूमिका निभाते है यज्ञ।
कुरुक्षेत्र, 1 अक्टूबर , कर्म व धर्म के वास्तविक ज्ञान को धर्म संवाद के माध्यम से अवगत करवाने वाले श्रीमद्भागवत गीता की सृजन स्थली धर्मनगरी कुरुक्षेत्र लक्षचंडी महायज्ञ की साक्षी बनने जा रही है। यज्ञ सम्राट हरिओम जी महाराज के कुशल मार्गदर्शन व भारत साधु समाज के राष्ट्रीय मंत्री महामंडलेश्वर डॉक्टर स्वामी प्रेमानंद जी महाराज के पावन सानिध्य में लक्षचंडी महायज्ञ संपन्न होगा। आज कुरुक्षेत्र में महायज्ञ के आयोजन को लेकर कुरुक्षेत्र पहुंचे यज्ञ सम्राट हरिओम महाराज, श्रीकृष्ण कृपा गोशाला मोहड़ा के संचालक एवं धर्मजागरण के उत्तरक्षेत्र प्रमुख विकासदास जी महाराज ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि जहाँ एक सिंतबर से 1 नवंबर तक कुरुक्षेत्र के थीम पार्क में नित्य पाठ का आयोजन किया जा रहा है वहीं इसी थीम पार्क में 22 अक्टूबर से 1 नवंबर तक लक्षचण्डी महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इस महायज्ञ में 501 कुंड वाली यज्ञशाला में 1000 ब्राह्मणों द्वारा यज्ञ किया जायेगा। इस अवधि में 22 अक्टूबर से प्रतिदिन सुबह 7 बजे से 10 बजे तक तथा दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक यज्ञ की जाएंगे शाम 5 बजे से 7 बजे तक कथा एवं प्रवचन तथा प्रतिदिन आरती रात्रि 7 से 9 बजे तक होगी। पूर्णाहुति महाआरती 1 नवंबर को होगी। आज थीम पार्क में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए हरि ओम जी महाराज लक्ष महाचंडी महायज्ञ को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी दी और यज्ञ की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यज्ञ ही अस्वास्थ्यकर तत्वों का उन्मूलन है। उन्होंने धर्मप्रेमियों से आह्वान किया कि विश्व वसुधा की आरोग्यता और कोरोना जैसी अकाल महामारी के निदान हेतु लक्षचण्डी महायज्ञ का हिस्सा बने। इस मौके पर राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद संत प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक , महादेव मंदिर के व्यवस्थापक रोशन पुरी, लक्ष्मी नारायण मंदिर के व्यवस्थापक अनूप गिरी ने भी यज्ञ की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस मौके पर कुलदीप शर्मा गोल्डी, अशोक कुमार, राहुल राणा, सतवीर सिंह, सतपाल शर्मा, राम मेहर शास्त्री, परमजीत राणा, भागवत दयाल, दवेंद्र शर्मा, राजबीर शास्त्री, राज सिंह, पवन, राज कुमार वत्स, ओम प्रकाश शास्त्री, राजकरण राणा, जोला सिंह आदि भी मौजूद रहे।
पत्रकारों से बातचीत करते संत महात्मा।