जीवन बीमा निगम अररिया ने अभिकर्ता संघ के द्वारा मनाया गांधी जयंती
अररिया संवाददाता
शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड अररिया में भारतीय जीवन बीमा निगम शाखा -अररिया के अभिकर्त्ता संघ द्वारा सुबह में शाखा कार्यालय के बाहर लाइफ “इंश्योरेंस एजेंट्स फ़ेडरेशन ऑफ इंडिया”(लियाफी) का 57वाँ स्थापना दिवस समारोह आयोजित कर धुम धाम से मनाया गया ।
इस अवसर पर संघ के उपाध्यक्ष संजय कुमार यादवजी,सहायक शाखा प्रबंधक(बिक्रय) सैयद गुलाम मोबीन रब्बी जी,सचिव भरत प्रसाद गुप्ता के अगुआई में अभिकर्ताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी,एवं पुर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के तैलचित्र तसवीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रधांजलि दी ।
स्थापना दिवस पर प्रकाश डालते हुए संघ के सचिव भरत प्रसाद गुप्ता ने सर्वप्रथम ”लियाफी “के 57 वे स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाये दी । साथ ही स्थापना दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 02 अक्टूबर 1964 को लियाफी की स्थापना हुई थी, ये दिन हम सभी अभिकर्ताओं के लिए किसी उत्सव से कम नही है। हमें यह हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि संघठन से व्यक्ति है , ना कि व्यक्ति से संघठन। आज इस युग मे संघठन से बढ़कर कोई शक्ति नही है।
एक जनवरी 1956 को भारतीय जीवन बीमा निगम प्रकाशमान हुआ। 1964 से पूर्व बिना किसी रूल रेगुलेशन के अभिकर्ताओं का बहाली होता था एवं टर्मिनेट भी होते रहे ,यहाँ तक कि उनको किसी प्रकार की कोई सुविधा उपलब्ध नही थी । तब अभिकर्ताओं के हितों रक्षा के लिए अग्रणी अभिकर्त्ता स्व देव मुदबिद्री स्व शमशेर अली ,स्व अजय कुमार पुरकायस्थ,स्व कोविद जी ,के काफी संघर्ष के पश्च्यात 02 अक्टूबर 1964 को लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया , ( लियाफी) की स्थापना की । इसी दिन राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी एवं पुर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जयंती भी है। 1964 से आज तक लियाफी अभिकर्त्ता एवं बीमा धारक के हितों के लिए लगातार काम कर रहा है। जिससे आज हम अभिकर्त्ता प्रबंधन से आँख मिला कर अपनी हित की रक्षा कर पा रहे है । 1972 को मकर संक्रांति के दिन काफी संघर्ष के पश्च्यात अभिकर्त्ता संरक्षण कानुन लागु करवाए, जिसे आज हम एपीपी डे के रूप में मनाते है । हम लियाफी के केन्द्रीय नेतृत्व, क्षेत्रीय नेतृत्व, मंडल नेतृत्व,शाखा नेतृत्व के ऋणी हैं कि वे अपने व्यवसाय की अनदेखी कर हम अभिकर्ताओं के हितों के लिए संघर्ष कर रहे है। जिस कारण अनेको उपलब्धियां सामने है, जैसे एजेंट्स अधिनियम, ग्रुप टर्म इंश्योरेंस स्कीम के तहत 12 लाख तक बीमा, क्लब सदस्य अभिकर्ताओं के लिए ग्रुप मेडिक्लेयम बीमा 7 लाख तक जीवन साथी के साथ,क्लब सदस्य अभिकर्ताओं का ग्रुप टर्म इंश्योरेंस 4 लाख तक, ग्रेच्युटी 3 लाख ,त्योहार अग्रिम,कोविड अग्रिम,अभिकर्त्ता कक्ष एवं सीएलआई ए कक्ष,बंशनुगत कमीशन ,क्लब मेंबर में रेलेक्सेशन एवं सबसे महत्वपूर्ण है जो अभिकर्ताओं के खिलाफ जो कठोर कानून है जिसे अभी तक लागू नही होने दिए है। एवं कई चीजों में बढ़ोतरी होनी है, जिसके लिए केंद्रीय नेतृत्व प्रयासरत है। हम सभी अपनी चट्टानी एकता का परिचय देते हुए संघठन को मजबुती के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए ।
नेतृत्व का समर्थन करना हमारा पहला कर्तव्य है।आज हमसबों का यह दायित्व होना चाहिए कि धर्म,जाति, सम्प्रदाय की भावनाओं से ऊपर उठकर संघठन को सबल बनावे।
इस स्थापना दिवस पर सहायक शाखा प्रबंधक (बिक्रय) सैयद गुलाम मोबीन रब्बी, जगन्नाथ झा,परमेश्वर सिंह ने भी लियाफी के क्रिया कलाप पर चर्चा की।
इस मौके पर मो0 नूर आलम,मो0 आफाक आलम,अरुण कुमार मंडल,चंद्र प्रकाश सिंह,निर्मल कुमार दास,रंजीत कुमार सिंह,देव निरंजन कुशवाहा,रिंकू यादव ,चंद्र किशोर उपाध्याय,विकाश कुमार ,धर्मेन्द्र प्रसाद गुप्ता ,मिलान कुमार साह,बीरेंद्र कुमार गुप्ता,विश्वेष भारती,अनंत कुमार यादव ,प्रणव कुमार राय,दिलीप कुमार,कपिल कुमार झा,सुरेश बिश्वास तेज नारायण यादव,त्रिलोकनन्द ठाकुर,संतोष चौधरी,दिलीप कुमार दास,सहित अन्य अभिकर्त्ता मौजूद थे ।