मध्य विद्यालय गूर्मही में गांधी जी की जयंती को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया
फारबिसगंज (अररिया) संवाददाता
मध्य विद्यालय गूर्म्ही में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर बापू के तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि कर पुष्प माला पहना कर बड़े ही धूमधाम से मनाया गया । इस अवसर पर बच्चो ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला और उनके बताए रास्ते पर चलने का शपथ लिया । इस अवसर पर प्रधानाध्यापक सुबोध कुमार मंडल ने गांधीजी के तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि कर नमन किया। प्रधानाध्यापक सुबोध कुमार मंडल ने कहा कि बापू के शरीर हमारे बीच नही है लेकिन जब तक ये ब्रह्मांड रहेगा, बाबू का विचार रहेगा । उन्होंने छात्र छात्राओं से कहा कि बुरा ना देखो, बुरा ना सुनो, बुरा ना कहो , के शलोक पर अमल करें। वहीं शिक्षक विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि गांधी जी ने, ना केवल भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी बल्कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में भी नस्लीय भेदभाव को लेकर अपनी आवाज बुलंद की थी। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजादी दिलवाने वाले और राष्ट्रपिता की उपाधि से सम्मानित महात्मा गांधी दुनियाभर में प्रसिद्ध है। सत्य और अहिंसा के पुजारी गांधी जी ने भारत को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त करवाने में बड़ी भूमिका निभाई थी । उन्होंने पूरी दुनिया को सत्य, अहिंसा और शांति का पाठ पढ़ाया था। मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में दो अक्टूबर 1869 को हुआ था। इसलिए हर साल दो अक्टूबर को दुनिया भर में गांधी जयंती मनाई जाती है। इस दिन को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में भी सेलिब्रेट किया जाता है। इस मौके पर शिक्षकों में तैयब साहब, साजिद आलम, निलोफर अरकम,सहित विद्यालय के वीएसएस सचिव व उनके पति भी मौजूद थे। वहीं दूसरी ओर गांधी जयंती के अवसर पर स्कूल प्रांगण में कोविड-19 वैक्सीनेशन का भी कार्यक्रम था। जहां गांव के लोग वैक्सीनेशन में काफी दिलचस्पी से ले रहे थे।