रिपोर्ट पदमाकर पाठक
आजमगढ़: प्रेतबाधा से मुक्ति के नाम पर धर्म परिवर्तन का मामला उजागर
भोली-भाली जनता को मतिभ्रम करने वाले दंपत्ति पुलिस हिरासत में
आजमगढ़। जनपद में जगह-जगह भोली-भाली जनता को प्रेतबाधा से मुक्ति दिलाने तथा सुख और ऐश्वर्य क्या जीवन व्यतीत करने का झांसा देकर चल रहा धर्म परिवर्तन का मामला रविवार को एक बार फिर शहर क्षेत्र में उजागर हुआ। प्रार्थना सभा के नाम पर लोगों के मतिभ्रम करने वाले इसाई धर्म अनुयायी दंपती को पुलिस ने हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की शिकायत पर हुई।
शहर के जोधी का पूरा मोहल्ला निवासी बाबूराम मौर्य के आवास में लंबे समय से ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा के नाम पर लोगों को मतिभ्रम करने का कार्य चल रहा था। हमेशा की भांति रविवार को आयोजित प्रार्थना सभा का संचालन गाजीपुर के रहने वाले ईसाई धर्म के अनुयायी दंपत्ति कर रहे थे। इस बात की जानकारी क्षेत्र में रहने वाले विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को हुई और वह किसी तरह इस प्रार्थना सभा में पीड़ित बनकर शामिल हुए। सच्चाई पता चलने पर कार्यकर्ताओं ने इसकी वीडियो बनाई और रविवार को चल रही प्रार्थना सभा की जानकारी शहर कोतवाली पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और बंद मकान का दरवाजा खुलवाया गया। इस दौरान दर्जनों महिलाएं व युवतियां प्रार्थना सभा में शामिल दिखीं। पुलिस प्रार्थना सभा आयोजित करने वाले दंपति को अपने साथ लेकर शहर कोतवाली आई। जहां विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री गौरव सिंह रघुवंशी ने आरोप लगाया कि गाजीपुर जिले के नोनहरा थाना अंतर्गत उमरपुर ग्राम निवासी नंदू नथानियल एवं उसकी पत्नी सावित्री सिंह लोगों को प्रेतबाधा से मुक्ति दिलाने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाते हैं और उनका धर्म परिवर्तन करा देते हैं। यह काम आरोपी दंपती द्वारा पिछले कई सालों से जनपद में किया जा रहा है। शहर कोतवाली पुलिस हिरासत में लिए गए दंपती से पूछताछ कर रही है। बताते हैं कि पुलिस ने प्रार्थना सभास्थल से कुछ धार्मिक पुस्तकें भी बरामद किया है। बताते चलें कि इस कार्रवाई के पूर्व न्यूज़ इंडिया टाइम्स परिवार ने जनपद में ईसाई मिशनरियों द्वारा प्रार्थना सभा के नाम पर धर्म परिवर्तन कराए जाने की खबर लगभग एक पखवारा पूर्व प्रकाशित कर प्रशासन एवं जनमानस को आगाह करने का प्रयास किया था।