-एनवाईके के युवाओं को एचआईवी के खतरों के प्रति किया गया जागरूक
-एचआईवी नियंत्रण के उपायों को मजबूती देने के लिये युवाओं की भागीदारी जरूरी
अररिया से मो माजिद
गैर विद्यालयी युवा कार्यक्रम के तहत नेहरू युवा केंद्र अररिया के युवाओं के बीच एचआईवी एड्स एवं रक्त दान विषय पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन सोमवार को किया गया। रेड क्रास अररिया के सभागार में आयोजित कार्यशाला में एनवाईके के 40 युवाओं ने भाग लिया। एनवाईके के जिला युवा समनव्यक कर्मवीर भारती व जिला एड्स बचाव व नियंत्रण समिति के डीपीएम अखिलेश कुमार सिंह की संयुक्त अगुआई में युवा प्रतिभागियों को एचआईवी संक्रमण व इससे बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें रक्त दान के महत्व से अगवत कराया गया।
समाज में हर स्तर पर एचआईवी के प्रति लोगों का जागरूक होना जरूरी :
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीपीएम एड्स अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि समाज के हर वर्ग को एचआईवी संक्रमण के खतरे व बचाव संबंधी उपायों के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। एचआईवी का कोई इलाज नहीं है। इसके संबंध में समुचित जानकारी से ही आम लोगों को संक्रमण के खतरों से निजात दिलायी जा सकती है। इसे लेकर समय-समय पर हर स्तर पर जागरूकता संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। समाज को एचआईवी संक्रमण के खतरों से निजात दिलाने के लिये युवाओं की भागीदारी जरूरी है। एचएचएफ पीपीटी के जिला संयोजक मो रिजवान ने बताया एचआईवी संक्रमित माताओं से जन्म लेने वाले शिशुओं को संक्रमण के खतरों से निजात दिलाने के तौर-तरीकों पर युवाओं को समुचित जानकारी दी गयी। इस क्रम में उन्होंने कहा कि एचआईवी संक्रमित महिलाओं का प्रसव सेफ डिलिवरी किट के माध्यम से कराया जाता है। जन्म के तुरंत बाद वजन के हिसाब से उन्हें जरूरी दवाएं दी जाती हैं । जो नवजात को संक्रमण के खतरों से निजात दिलाने के लिहाज से महत्वपूर्ण है।
जरूरतमंदों को समय पर ब्लड़ उपलब्ध कराने के लिये रक्तदान महत्वपूर्ण :
नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा समनव्यक कर्मवीर भारती ने कहा गंभीर दुर्घटना, प्रसव सहित ऑपरेशन सहित अन्य मामलों में लोगों को ब्लड की जरूरत होती है। इसके अलावा थेलेसिमिया, ल्यूकेमिया, हीमोफिलिया सहित अन्य रोगग्रसत व्यक्ति को समय-समय पर खून चढ़ाने की जरूरत होती है। अन्यथा उनका जीवन खतरे में पड़ जाता है। इसके लिये स्वस्थ व्यक्ति के ब्लड को स्टोर में रखने की जरूरत होती है। ताकि समय पर जरूरतमंदों की इसकी सहायता उपलब्ध करायी जा सके। जीवनदायी रक्त को एकत्र रखने का एक मात्र उपाय रक्तदान है। रक्तदान बहुत सारे बीमारियों से हमारे शरीर की रक्षा करता है। स्वस्थ मानव शरीर व मानव सेवा के लिहाज से रक्तदान महत्वपूर्ण है।
प्रखंडवार होगा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
डीपीएम एड्स ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन निर्धारित तिथि के मुताबिक जिले के सभी प्रखंडों में किया जायेगा। इस क्रम में चरणबद्ध तरीके से जिले के सभी प्रखंडों में एनवाईके के युवाओं को एड्स व एचआईवी के प्रति जागरूकता संबंधी कार्यक्रम के आयोजन का कार्यक्रम निर्धारित है।