बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ वालो ने किया महिलाओं का अपमान,मांगे माफी-इंदिरा हृदयेश
अंकुर सक्सेना,हल्द्वानी संवाददाता
उत्तराखंड का सियासी मंच इस समय देखा जा सकता है कि कहीं ना कहीं पर गर्व आया हुआ नजर आ रहा है क्योंकि जहां हर एक राजनीतिक दल अपने आपको बेहतर साबित करने में लगा हुआ है वहीं पर कभी-कभी कुछ ऐसा हो जाता है कि राजनीति दल भी अपने मजाकिया अंदाज या फिर बयानबाजी में फंसते नजर आते हैं बता दें कि 2022 के चुनाव की तैयारी के भाजपा के प्रदेश भर में चल रहे दौरे के अंतर्गत भीमताल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने भीमताल के लोगों का अभिवादन करने के लिए सड़कों पर रैली निकाली और एक हॉल में सभी भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित हुए और फिर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का भाषण शुरू किया गया लेकिन इस भाषण में जहां भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भाजपा की उपलब्धियों के बाद में बता लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता व नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर इंदिरा हृदयेश को बुढ़िया और डूबता जहाज ऐसे शब्दों से संबोधित किया लेकिन जहां देखा जा सकता है कि एक प्रदेश अध्यक्ष के मुंह से इस तरह की शब्दावली का उपयोग करते हुए दूसरे वरिष्ठ नेता प्रतिपक्ष के रूप में अच्छा नहीं लगता है क्योंकि देखा जा सकता है कि एक प्रदेश अध्यक्ष उस पार्टी का वह मुखिया होता है जैसे कि परिवार का, और यदि इसी प्रकार से प्रदेश अध्यक्ष के मुंह से इस तरह की शब्दावली का उपयोग अन्य किसी पार्टी के वरिष्ठ नेता के लिए होता है तो देखा जा सकता है कि कहीं ना कहीं किस प्रकार की विचारधारा है लेकिन जहां पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने इस तरह की शब्दावली का प्रयोग किया उपस्थित सभा में प्रदेश अध्यक्ष की बात पर वहां मौजूद भाजपाइयों ने ठहाके लगाकर उनकी बेहुदा बात का समर्थन किया , बता दें कि जहां प्रदेश अध्यक्ष एक प्रकार से देखा जा सकता है कि रामलीला में दशरथ का किरदार निभाते हैं अब इस तथ्य को इससे भी जोड़ा जा सकता है कि क्या दशरथ के मुंह से इस प्रकार से किसी महिला के लिए शब्दावली अच्छी लगती है, देखा जा सकता है कि नेता प्रतिपक्ष किसी राजनीतिक दल में जुड़ने से पहले एक महिला हैं और किसी भी महिला के लिए किसी अन्य व्यक्ति या पुरुष के मुंह से इस प्रकार की शब्दों का उच्चारण अच्छा नहीं लगता है बता दे कि चुनावी माहौल नेता प्रतिपक्ष के बयान के बाद गणना सा गया था क्योंकि नेता प्रतिपक्ष के बयान के अनुसार उन्होंने बताया कि उनके संपर्क में भाजपा के चार से पांच नेता उनके संपर्क में है जो हाईकमान के इशारे पर कांग्रेस में आ सकते हैं इस बयान के बाद चुनावी माहौल काफी गरमा गया था लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंसीधर भगत ने कहा कि बुढ़िया जैसे डूबते जहाज के संपर्क में कौन आएगा ? उनके इस प्रकार के बयान के बाद यूथ कांग्रेस ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी की काफी निंदा की और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पुतला भी फूंका, और यूथ कांग्रेस ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता किस प्रकार की महिलाओं की इज्जत करते हैं उनका चरित्र इस प्रकार के शब्दों से सामने आ गया है और उन्होंने कहा कि यदि सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगी जाएगी तो वह भाजपा के कार्यक्रम का विरोध करते रहेंगे.
कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश देश का जन्म 21 मार्च 1941 में अयोध्या में हुआ. इस लिहाज से उनकी उम्र 80 साल की हो चुकी है. लेकिन बता दे कि बंशीधर भगत के द्वारा इस प्रकार की विवादित बयान देने की वजह जो भी लगाई जा सकती है कि उन्होंने इस प्रकार में खुलासा भी किया कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश भाजपा में अपने बेटे के साथ शामिल होना चाहती हैं और देखा जा सकता है कि प्रदेश अध्यक्ष के इस खुलासे के बाद सियासत पूरी तरह गरमा सकती है लेकिन बता दें कि इंदिरा हृदयेश ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर पलटवार करते हुए कहा है कि उनकी बीजेपी में किसी प्रकार की कोई रुचि नहीं और ना ही वह भाजपा में किसी के भी संपर्क में आई है और ना ही वह कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में आना चाहती हैं और नेता प्रतिपक्ष ने पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा की ओर से उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए भी लालच दिया गया है लेकिन वह किसी भी प्रकार के लालच में नहीं आई और ना ही उन्होंने उनके इस प्रस्ताव को स्वीकार किया, नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन कांग्रेस पार्टी व जनता के लिए ही समर्पित किया है और नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह कांग्रेसी है और कांग्रेस से ही रहना चाहती है इसलिए वह किसी भी प्रकार से किसी अन्य राजनीतिक दल में जाने की इच्छुक नहीं है, जहां पर बंशीधर भगत ने कहा नजर प्रतिपक्ष के इस बयान को उनकी कोरी कल्पना करार दिया है वहीं पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष उनकी बात से तिलमिला उठे इसलिए इस प्रकार के बयान बाजी कर रहे हैं
बता दे कि नेता प्रतिपक्ष ने अपने बयान में कहा है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने जिस प्रकार से अभद्र भाषा का मेरे लिए उपयोग किया है मुझे उनकी इस प्रकार की भाषा से दुख एवं कष्ट हुआ है नेता प्रतिपक्ष में बयान में आगे कहते हुए कहा है कि पार्टी का मुखिया पार्टी का प्रतीक और प्रतिनिधित्व करता है और यदि प्रदेश अध्यक्ष द्वारा इस प्रकार की भाषा का मेरे लिए उपयोग किया गया है तो यह मातृशक्ति का अपमान है और यह अपमान पूरे देश में मातृशक्ति का किया गया है बता दें कि नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः ” का नारा भारतीय संस्कृति का प्रतीक है भारतीय संस्कृति में लिया जाता है और जहां भारतीय संस्कृति को लेकर भारतीय जनता पार्टी इतने बड़े-बड़े दावे करती है वह इस प्रकार के बयान से प्रदेश अध्यक्ष ने भारतीय नारी का अपमान किया है इस प्रकार के अपमान को भारतीय नारी इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी, नेता प्रतिपक्ष ने बयान में आगे कहा कि मैं किसी प्रकार के अपशिष्ट बयानबाजी या भाषा का प्रयोग नहीं करती हो और ना मैं करना चाहूंगी, प्रदेश अध्यक्ष द्वारा इस प्रकार की टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस टिप्पणी को संज्ञान में लेकर प्रदेश अध्यक्ष से जवाब लेना चाहिए, वही नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश अध्यक्ष पर पलटवार करते हुए कहा है कि एक और भाजपा के प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारी सशक्तिकरण की बातें करते हैं वहीं उन्हीं के पार्टी के लोग नारियों का अपमान करते हैं उन्होंने कहा कि पार्टी के लोग अपनी भाषा को सुधारें अन्यथा घर एवं घर की महिलाएं उनसे नाराज रहेंगी और इस प्रकार की अभद्र भाषा का उपयोग व पार्टी के नेतृत्व में से बिल्कुल भी नहीं करती है और नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष इसको गंभीरता से लें, और माफी मांगने के लिए कहा जाए,