जांजगीर-चांपा,06 अक्टूबर, 2021/ आजादी की 75वीं वर्षगाँठ के अवसर पर देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। यह महोत्सव जांजगीर चाम्पा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड के भादा और गाड़ापाली गाँव के निवासियों के लिए एक खास पल के रुप में सदा के लिए यादगार बन गया है। यहाँ के निवासियों को एक लंबे इंतजार के बाद स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त 2021 को नवीन पंचायत भवन की सौगात मिली है। सुंदर और सुव्यवस्थित भवन की यह सौगात उन्हें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (महात्मा गांधी नरेगा) और 14वें वित्त की निधियों के अभिसरण से प्राप्त हुई है।
पंचायत गठन के बाद भादा ग्राम पंचायत में सबसे पहले संसाधन के रुप में नवीन पंचायत भवन बनने से ग्रामीणों के साथ-साथ पंचायत राज पदाधिकारी भी काफी खुश हैं। अब नये भवन में सभी सरकारी काम एक ही छत के नीचे होने से भादा और गाड़ापाली के निवासियों को राहत और सुकून मिला है।
भादा एवं गाड़ापाली को मिलाकर गठित हुई ग्राम पंचायत भादा –
राज्य सरकार ने ग्रामीणजनों की समस्या को समझते हुए भादा और गाड़ापाली गाँव को मिलाकर एक नवीन ग्राम पंचायत-भादा का गठन किया है। नवीन ग्राम पंचायत गठन के पहले भादा गाँव ग्राम पंचायत-नवापारा का और गाड़ापाली गाँव ग्राम पंचायत-अकलतरी का आश्रित ग्राम हुआ करता था। यहाँ के निवासियों को ग्राम पंचायत स्तर के छोटे-छोटे कामों के लिए संबंधित ग्राम पंचायतों के मुख्यालयों तक दौड़ लगानी पड़ती थी, जो काम निपटने तक काफी लम्बी और थकाने वाली हो जाया करती थी। परिणामस्वरुप खेती-बाड़ी और मजदूरी का कार्य छोड़कर पूरा दिन पंचायती कामों में निकल जाता था।
महात्मा गांधी नरेगा – 690 मानव दिवस सृजित –
पंचायत गठन के बाद नव-निर्वाचित पंचायतीराज पदाधिकारियों के सामने पंचायत के संसाधनों का निर्माण सबसे बड़ी चुनौती थी। नवीन गठित पंचायत का अपना भवन नहीं होने से विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन और पंचायत से संबंधित कामों के संपादन में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। सामुदायिक भवन में ग्राम पंचायत का कार्यालय संचालित करने से पंचायत के कार्मिकों को विभिन्न योजनाओं के कार्यों का संपादन, उनके दस्तावेजों का उचित संधारण एवं अन्य शासकीय कार्यों को करने में बड़ी कठिनाई आ रही थी। महात्मा गांधी नरेगा से 14 लाख 32 हजार रुपए और 14वें वित्त आयोग की 10 हजार रुपए की राशि के अभिसरण (कन्वर्जेंस) ने पंचायत के नवीन भवन निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया। 13 जुलाई 2020 को पंचायत भवन का निर्माण शुरु हुआ। ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर निर्माण कार्य में हिस्सा लिया और 690 मानव दिवस सृजित करते हुए ग्राम पंचायत के नवीन भवन को तैयार कर दिया।
कम्प्यूटर, बैठक कक्ष, महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग प्रसाधन की सुविधा –
गांव के सरपंच श्री सुनिल कुमार गोंड ने बताया कि इस नवीन पंचायत भवन में पंचायत राज पदाधिकारियों और कर्मचारियों के लिए पृथक-पृथक बैठक व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पृथक से कम्प्यूटर कक्ष का भी निर्माण किया गया है। पंचायत की बैठकों के लिए एक बैठक कक्ष बनाया गया है। स्वच्छता व निजता का ध्यान रखते हुए नवीन पंचायत भवन में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग प्रसाधन (टॉयलेट) बनाये गये हैं। परिसर की सुरक्षा के लिए इसे चारों तरफ से दीवार से घेरा गया है और हरियाली के लिए दीवाल के किनारे पौधरोपण भी किया गया है।
एक ही छत के नीचे विभिन्न योजनाओं का लाभ –
सरपंच एवं पंचों ने सर्वसम्मति से ग्रामीणों के साथ 15 अगस्त 2021 को स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का ध्वजारोहण करते हुए इस नवीन भवन में पंचायत का काम-काज शुरु कर दिया। इस कार्य के परिणामस्वरुप अब एक ही छत के नीचे ग्राम पंचायत स्तर की विभिन्न योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को मिलने लगा है। पंचायत भवन में कार्मिकों की उपस्थिति रहने से ग्रामीणों को अपना कार्य करवाने में काफी सहूलियत हो रही है। इससे उनके धन और समय की भी बचत हो रही है।