फिरोजपुर 6 अक्टूबर [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]:-
भगवान श्री राम सृष्टि के कण-कण में वास करते हैं और उनकी पावन कथा वर्तमान समय की हर समस्या का समग्र समाधान है।
समाज को श्री राम की दिव्य कथा का रसपान कराने हेतु 09 से 15 अक्टूबर, 2021 तक दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा श्री राम कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह कथा मात्र श्री राम की कहानियों तक ही सीमित नहीं रहेगी बल्कि श्री राम के साक्षात्कार की शाश्वत विधि से भी सभी को परिचित भी कराएगी।
इस कार्यक्रम में विश्व भर से सभी श्रद्धालु सुविधाजनक रूप से उपस्थित हो पाएँ –इसलिए यह पावन कथा संस्थान के यूट्यूब चैनल– DJJS WORLD पर प्रात: 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और सायं 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक प्रसारित की जा रही है।
कोविड महामारी के चलते फैली नकारात्मकता के बीच यह कथा जन मानस में दिव्यता व सकारात्मकता का संचार करने हेतु, संस्थान द्वारा आयोजित विलक्षण डिजिटल कथा महोत्सव – ब्रह्म एव शान्ति:ब्रह्म एव आनन्द: के अंतर्गत होने जा रही है; जिसका वाचन दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या – विश्वविख्यात श्री राम कथाव्यास – साध्वी श्रेया भारती जी द्वारा किया जाएगा। साध्वी जी ने रामचरितमानस में वर्णित श्री राम की लीलाओं के पीछे छिपे गूढ़ आध्यात्मिक रहस्यों को उजागर करते हुए विश्व भर में असंख्य लोगों को शाश्वत भक्ति की ओर प्रेरित किया है।
इस विलक्षण डिजिटल कथा महोत्सव के बारे में अधिक जानकारी हेतु अवश्य विज़िट करें – www.djjs.org/kathaपर।
कथा के मुख्य आकर्षण कुछ इस प्रकार रहेंगे – भगवान राम का अवतरण क्यों है एक उत्सव? भीतर के रावण को कैसे मारा जाए? क्या है राम राज्य का वास्तविक अर्थ? क्या राम मात्र मानने का विषय है या जानने का भी?इत्यादि जैसे महत्वपूर्ण प्रश्नों के उदाहरण सहित समाधान, भगवान राम की लीलाओं का ज्ञानवर्धक विश्लेषण, दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के समर्पित युवा शिष्य-शिष्याओं द्वारा सुमधुर भजन कार्यक्रम,यजमानों द्वारा घर बैठे डिजिटल पूजन और प्रभु की पावन पुनीत आरती।
भगवान राम सम्पूर्ण मानव जाति के लिए एक आदर्श हैं। हम भी अपने जीवन में उनके गुणों को धारण कर सकें – यही इस आगामी कथा का औचित्य है। नियमित रूप से आध्यात्मिक व प्रेरणादायी विचारों से जुड़े रहने हेतु DJJS के यूट्यूब चैनल को अभी सब्सक्राइब करें – http://www.youtube.com/djjsworld और सूचनाओं के लिए घंटी के चिन्ह को दबाएँ।
जानकारी देते हुए स्वामी धीरानंद जी ने सभी प्रभु भगतों को इस कथा कार्यक्रम से जुड़कर अपना जीवन धन्य करने के लिए आग्रह किया।