मतदान कर्मियों को कम राशि भुगतान पर डीपीआरओ से मिला संघीय शिष्टमंडल
पंचायती राज विभाग बिहार सरकार के निर्देशालोक में ही हो चुनाव में प्रतिनियुक्त कर्मी का भुगतान – जिलाध्यक्ष
अररिया संवाददाता
बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ का एक शिष्टमंडल सोमवार को जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री किशोर कुमार से मुलाकात कर पंचायत चुनाव में मतदान कर्मियों को कम राशि भुगतान पर आपत्ति दर्ज की। बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने कहा कि पंचायती राज विभाग बिहार सरकार के आदेशानुसार पीठासीन पदाधिकारी को 3250, का भुगतान होना चाहिए जिसमें प्रशिक्षण व प्रखंड स्तर पर मैटेरियल रिसीव करने एवं वज्रगृह तक मतपेटी जमा करने तक कुल छः दिनों का 3000 यात्रा भत्ता/दैनिक भत्ता के रूप में तथा मतदान के दिन मतदान स्थल पर भोजन के लिए 250 रुपये प्रति व्यक्ति की दर से भुगतान होना है। इसी प्रकार प्रथम व द्वितीय मतदान पदाधिकारी को कुल मिलाकर 2500 का भुगतान होना है। मगर अररिया जिला में भरगामा प्रखंड में हुए चुनाव में प्रत्येक मतदान कर्मी को 250 रुपये कम भुगतान किया गया है। इसी मुद्दे को लेकर डीपीआरओ से मुलाकात कर मतदान कर्मी के भुगतान में हुई गड़बड़ी को ठीक करने का अनुरोध किया। डीपीआरओ ने संघीय पदाधिकारियों से कहा कि त्रुटि हुई है। इसे इस चरण से ठीक कर लिया जायेगा। आगे से सभी चरणों में निर्धारित राशि मतदान कर्मियों के खाते में दी जायेगी। डीपीआरओ ने कहा कि भरगामा प्रखंड में प्रतिनियुक्त रहे मतदान कर्मियों को उनके शेष 250 रुपये का भुगतान अलग से कर दिया जायेगा।
यहां यह बताना जरूरी है कि अररिया जिला में कुल नौ फेज में चुनाव होना है। अगला फेज का चुनाव रानीगंज प्रखंड में 08 अक्टूबर हो होना है। शिक्षकों को कम से कम एक व अधिकतम चार फेज में ड्यूटी लगी है। जिलाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने आगे कहा कि तृतीय मतदान पदाधिकारी चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी होते थे मगर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी की संख्या कम होने तथा मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ने से तृतीय मतदान पदाधिकारी के रूप में ज्यादातर शिक्षक को ही तृतीय मतदान पदाधिकारी के रूप में लगाया जाता है। आज भी तृतीय मतदान पदाधिकारी को चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के तर्ज पर ही राशि का भुगतान किया जाता है। जो गलत है। इस संदर्भ में राज्य संघ पंचायती राज विभाग को पत्र प्रेषित कर तृतीय मतदान पदाधिकारी को भी प्रथम व द्वितीय मतदान पदाधिकारी के तर्ज पर भुगतान करने की मांग की है। पटना जिला में इसका बहुत हद तक इम्पलीमेन्ट भी हो गया है। उन्होंने कहा कि अररिया जिला में भी इसका इम्पलीमेन्ट होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जिन कर्मियों को अंतिम समय में अलग से रिजर्व में रखा जाता है उन्हें भी नियमानुसार राशि का भुगतान होना चाहिए। भरगामा प्रखंड में ऐसा नहीं किया गया जो खेद का विषय है। डीपीआरओ से मिलने वाला संघीय शिष्टमंडल में जिलाध्यक्ष प्रशांत कुमार, संघ के सक्रिय सदस्य मो0 खालिद अनवर शामिल थे।