अनुपम श्रीवास्तव l
पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सोमवार से धरने पर बैठे छात्रों का आंदोलन मंगलवार को कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य के आश्वासन पर दोपहर बाद समाप्त हो गया। हालांकि इसके पहले अपनी मांगों को लेकर छात्र रात भर धरने पर बैठे रहे।
उधर, धरने पर बैठे छात्रों की सुरक्षा को लेकर रात भर पुलिस परेशान रही। छात्रों ने चेतावनी दी कि मांगें दो सप्ताह में पूरी नहीं हुईं तो फिर से धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
छात्रों का कहना था कि स्नातक और परास्नातक का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। रिजल्ट में तमाम खामियां हैं।
छात्रों ने अपनी समस्या से विवि प्रशासन को कई बार अवगत कराया, लेकिन विवि प्रशासन छात्रों की समस्याएं सुनने को तैयार नहीं हुआ। जिसके चलते छात्रों को सोमवार को विवि परिसर में धरने पर बैठने के लिए विवश होना पड़ा। सोमवार को विवि प्रशासन की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिलने पर छात्र रात भर धरने पर बैठे रहे। प्राक्टर प्रो. संतोष कुमार, सहायक कुलसचिव अमृत लाल और पुलिस के समझाने पर भी छात्र मानने को तैयार नहीं हुए। धरने पर छात्रों ने मंगलवार को सुबह विश्वविद्यालय के सभी गेटों को बंद कर दिया। जिससे विश्वविद्यालय का काम प्रभावित हो गया। इसे गंभीरता से लेते हुए कुलपति प्रो. निर्मल एस मौर्य ने छात्रों से कहा कि हम छात्रहित में ही काम करते हैं। जिन बच्चों का ग्रेस मार्क नहीं चढ़ा है, उनका मार्क देकर रिजल्ट पूरा किया जाएगा और इससे जो बच्चे वंचित हो रहे हैं, वह अगले श्रेणी सुधार की परीक्षा में बैठकर परीक्षा उत्तीर्ण कर सकते हैं। किसी को मूल्यांकन में नंबर कम मिलने की आशंका है तो कापियों का नियमानुसार फिर से मूल्यांकन करा सकता है। मांगों के संबंध में कुलपति की तरफ से आश्वासन दिए जाने के बाद छात्र धरना खत्म करने को राजी हो गए। बाद में छात्र मंगलवार को अपराह्न तीन बजे धरना समाप्त करके घर लौट गए। इसके बाद विश्वविद्यालय व पुलिस प्रशासन ने राहत सांस ली। धरने में अनिकेश मौर्य, उदय सिंह, कौशिक, सौरव यादव, रवि तिवारी, अमृता, अमन मौर्य, प्रभाकर मिश्र, प्रदीप, पूजा सिंह, शिवांगी, मधु सोनाली, सोनी, रिशु मौर्य, अमन, योगेश कुमार, कृष्णा सरोज, साहिल विश्वकर्मा आदि शामिल रहे।