अनुपम श्रीवास्तव l
जिला पंचायत की बैठक बुधवार को कार्यालय सभागार में हुई। इसमें गांवों के विकास को लेकर चर्चा हुई। आपसी सहमति से विकास कार्यों के कई प्रस्तावों पर मुहर भी लगी।
बलुआ घाट पर देव दीपावली पर होने वाला गंगा महोत्सव अब और भव्य होगा। जिला पंचायत इसके लिए दो लाख रुपये खर्च करेगा। गांवों में सीसी रोड, स्ट्रीट लाइट लगवाने समेत अन्य विकास कार्यों की रणनीति बनी। अफसरों की कार्यप्रणाली को लेकर सदस्य नाराज दिखे। उन पर मनमानी का आरोप लगाया। ग्रामीण इलाके में बिजली कटौती व लचर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर मुखर दिखे। हालांकि जिला पंचायत अध्यक्ष दीनानाथ शर्मा सदस्यों की समस्याओं पर मौन रहे।
पंचम राज्य वित्त की वार्षिक कार्ययोजना, 15वां वित्त, मनरेगा की वार्षिक कार्ययोजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के तहत 60 जोड़ों की शादी, भवन नक्शा शुल्क को 50 फीसद बढ़ाने, शराब की दुकानों का प्रत्येक तीन साल के बाद लाइसेंस शुल्क में बढ़ोतरी, बालू मोरंग खनन पर बिना बैरियर लगाए परिवहन शुल्क की वसूली समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। सदस्यों ने इन प्रस्तावों पर अपनी सहमति जताई। बलुआ घाट पर गंगा महोत्सव का बजट एक लाख से बढ़ाकर दो लाख कर दिया गया। वहीं अन्य विकास कार्यों को गति देने पर चर्चा की गई। विपक्षी दलों के सदस्य शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर नाराज दिखे। बोले, अस्पतालों में चिकित्सक नहीं आते हैं।
सीएमओ डाक्टर वीपी द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी लक्ष्मण प्रसाद, उपायुक्त मनरेगा धर्मजीत सिंह, बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह, डीआइओएस डाक्टर विजय प्रकाश सिंह, जिला कृषि अधिकारी बसंत दुबे, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाक्टर एसपी पांडेय, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह समेत सदस्य मौजूद थे।