अनुपम श्रीवास्तव l
इसे पुलिस की सुस्ती कहें या अवैध पटाखा का कारोबार करने वालों की मनमानी। पुलिस की लाख सतर्कता और ताकीद के बाद भी कालीन नगरी भदोही में अवैध पटाखों का निर्माण और भंडारण साल दर साल बढ़ता ही रहा है।
दशहरा और दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही अवैध कारोबार में तेजी आ जाती है। हालांकि पुलिस एक-दो मामलों में कार्रवाई भी करती है, लेकिन इसके कुछ दिन बाद अवैध कारोबार फिर शुरू हो जाता है। पूर्व में हुई घटनाएं तो यही कह रही हैं।
वर्ष 2016 में ज्ञानपुर के पुरानी बाजार में पटाखों में विस्फोट से चार लोग झुलस गए थे। नवंबर 2017 को भदोही नगर के दरोपुर में पटाखा बनाने वाले मकान में विस्फोट से एक युवक की मौत हो गई थी। 23 फरवरी 2019 का वह दिन किसे याद नहीं, जब चौरी थाना क्षेत्र में कालीन कंपनी की आड़ में अवैध पटाखा बनाने का कारोबार हो रहा था। उसी समय ऐसा विस्फोट हुआ कि 13 लोगों की जान चली गई। जून 2021 में गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र में एक मकान में विस्फोट हुआ और एक व्यक्ति घायल हो गया। घर के शीशे के साथ ही बाउंड्रीवाल तक टूट गई थी। हाल के दिनों में सुरियावां पुलिस ने करीब एक क्विंटल विस्फोटक पकड़ा। जांच में पता चला कि विस्फोटक से पटाखा बनाने की तैयारी थी। उसके दो-तीन दिन के बाद ही सुरियावां के ही एक मोहल्ले में विस्फोट भी हो गया, गनीमत रही कि घटना में जन हानि नहीं हुई।
पूर्व की घटनाओं के मद्देनजर सभी थाना प्रभारियों को जांच के लिए कहा गया है। दीपावली से पूर्व अवैध तरीके से पटाखा बनाने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।- डॉ. अनिल कुमार, एसपी भदोही