आजमगढ़ से बिजेंन्द्र सिंह की खास रिपोर्ट
*गुजरपार से नैठी गांव के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बन रही सड़क आई विवादों में
यह सड़क विभाग की लापरवाही, मिलीभगत या गांव वाले ही हुए गलतफहमी का शिकार। आइए पूरे मामले को समझते हैं।
मुबारकपुर/आज़मगढ़: विकास खण्ड सठियावं अंतर्गत गुजरपार से नैठी ग्राम के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 320.31 लाख की लागत से 5 किलोमीटर तक हो रहे सड़क चौड़ीकरण में टेंडर के विपरीत हो रहे कार्य को लेकर रविवार को सुबह ग्रामीणों ने निर्माण विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। हो रहे झमाझम बारिश में भी लोग प्रदर्शन से नहीं हटे। धरना दे रहे लोगों ने कार्यदाई संस्था व ठेकेदार पर आरोप लगाया कि गुजरपार से ग्राम नैठी तक 5 किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण के नाम पर पास हुआ है मगर नैठी न बनाकर सिकन्दपुर गांव की तरफ बनाया जा रहा है।उक्त सड़क को सिकन्दपुर बनाने के लिए गांव कुछ प्रभावशाली लोगों के कहने पर जेई व ठेकेदार द्वारा निर्माण कराया जा रहा है जिसको लेकर के गांव के लोगों ने सुबह और एक काम को बंद करवा दिया और नैठी रोड बनाने की मांग को लेकर अड़ गए नजाकत को देख ठेकेदार फरार हो गया।विभाग के जेई से फोन पर बातचीत हुई मगर कोई नतीजा न निकला और ग्रामीणों ने बताया जब सड़क निर्माण शुरू हुआ था हम लोगों को यह नहीं पता था कि यह सड़क गुजरपार से हमारे गांव तक पास हुआ है।कल रोड पर लगे विभाग की होडिंग से पता चला।तब तक इस सड़क को सिकंदरपुर की तरफ मोड़ दिया गया ।जब तक हमारे गांव में निर्माण कार्य नहीं शुरू होगा तबतक हम सड़क का कार्य होने नहीं देंगे।जिलाधिकारी से मांग करते है कि इसकी जांच कराकर निर्माण कार्य कराया जाय और जो दोषी है उक्त लोगो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
इस संबंध में विभाग के एई डी बी सिंह ने बताया कि जो डीपीआर गठित हुई थी 2 साल पहले सिंकन्दपुर के लिए हुआ है मगर स्वीकृत नैठी के नाम से हुआ है। लेकिन डीपीआर सिकंदरपुर के लिए हुआ है इसलिए यह मार्ग सिकंदरपुर ही बनेगा।इस मौके पर,धीरेंद्र सिंह,विनय सिंह नेता,अवनीश सिंह,दीनबन्धु सिंह, झब्बू सिंह,बबलू सिंह,विनोद श्रीवास्तव,विशाल,सर्वेश यादव,सूरज वर्मा,राहुल सोनकर,गुड्डू शर्मा, समीर अहमद जगरनाथ राजभर आदि सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।
इनसेट- निर्माण विभाग का गजब कारनामा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत ग्राम पंचायत नैठी के लिए स्वीकृत हुआ चौड़ीकरण सड़क मगर विभाग की लापरवाही से सर्वे सिकन्दपुर गांव का कर दिया।विभाग की सफाई में बताया जा रहा है कि इस सड़क का सर्वे सिकंदरपुर गांव के लिए हुआ था मगर नाम गलती से नाम नैठी का पड़ गया है ।